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Saturday, December 6, 2025
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पहले हम कबूतर छोड़ते थे,​​अब चीता के बयान पर ओवैसी की तीखी प्रतिक्रिया ​

गुजरात के अंबाजी में अपने भाषण में मोदी ने कहा कि महिलाओं का सम्मान किया जाता है। ओवैसी ने उस पर मोदी की भी आलोचना की थी।

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एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान पर निशाना साधा है| गुजरात में मंगलवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बयान दिया था कि ‘पहले देश कबूतरों को छोड़ता था, अब उसके पास चिता छोड़ने की शक्ति है’। असदुद्दीन ओवैसी ने बिलकिस बानों मामले में उनके इस बयान की आलोचना की है। गुजरात सरकार ने बिलकिस बानो मामले में 11 आरोपियों को रिहा कर दिया है। इसके बाद पूरे देश में असंतोष है और मांग है कि इस फैसले को वापस लिया जाए| इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है।

असदुद्दीन ओवैसी ने इससे पहले बिलकिस बानो और अंकिता हत्याकांड को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा था। गुजरात के अंबाजी में अपने भाषण में मोदी ने कहा कि महिलाओं का सम्मान किया जाता है। ओवैसी ने उस पर मोदी की भी आलोचना की थी। ओवैसी ने ट्वीट किया, “कृपया बिलकिस बानो और अंकिता के परिवार से मिलें, उनके पास आपको बताने के लिए कुछ हो सकता है।

गुजरात सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि केंद्रीय गृह विभाग ने प्रस्ताव पर विचार करते हुए इन सभी दोषियों के अच्छे व्यवहार पर ध्यान दिया और बाद में उनकी रिहाई को मंजूरी दी|​ ​ गुजरात सरकार ने केंद्र से 28 जून 2002 को 11 आरोपियों को रिहा करने की अनुमति मांगी थी। हलफनामे से पता चलता है कि गृह विभाग ने 11 जुलाई को प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।

​बिलकिस बानो के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। साथ ही उस वक्त भीड़ द्वारा मारे गए 14 लोगों में बिलकिस की तीन साल की बेटी भी शामिल थी| यह अपराध गोधरा दंगों के बाद दाहोद जिले के लिमखेड़ा में हुआ था। इस मामले के 11 दोषियों को 18 साल की कैद के बाद 15 अगस्त 2022 को गोधरा उप-जेल से रिहा किया गया था।
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