परफ्यूम शॉर्ट के एक विज्ञापन को लेकर विवाद गहरा गया है। केंद्र सरकार ने यूट्यूब और ट्विटर से इसके विज्ञापन को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश दिया है। इस विज्ञापन को लेकर लोगों ने आपत्ति जताई है। लोगों का कहना है कि यह विज्ञापन रेप कल्चर को बढ़ावा देता है।
इस संबंध में सूचना प्रसारण मंत्रालय ने यूट्यूब और ट्विटर को अल पत्र लिखा है कि यह विज्ञापन महिलाओं की शिष्टता और नैतिकता के हिसाब से हानिकारक है। इतना ही नहीं पत्र में आगे कहा गया है कि यह डिजिटल मीडिया की गाइड लाइन के खिलाफ है। बता दें कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने केंद्र सरकार को एक पत्र लिखकर इस विज्ञापन पर कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने इसे महिलाओं के खिलाफ ‘दुर्भावनापूर्ण’ बताया।
बता दें कि शॉर्ट के दो विज्ञापन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिसमें एक विज्ञापन में एक लड़का और एक लड़की बैठे हुए हैं। तभी उस कमरे में लड़के के तीन दोस्त आते हैं तो लड़की घबरा जाती है। इसके बाद उसके दोस्तों में से एक लड़का पूछता है कि ‘शॉर्ट तो मारा होगा?’ इसके बाद बाकी लड़के कहते हैं ‘अब हमारी बारी है।’
जबकि दूर विज्ञापन में भी कुछ ऐसा ही दिखाया गया है।इसमें एक मॉल में चार दोस्त आते है। वहां पहले से ही एक लड़की मौजूद रहती है। इन लड़कों को देखकर लड़की घबरा जाती है। इनमें से एक लड़का बोलता है हम चार और ये एक ? इस बीच दूसरा लड़का कहता है कि ‘ तो कौन लेगा ? ‘इसके बाद लड़की घबरा जाती है और परफ्यूम दिखता है।
इन्ही दोनों विज्ञापनों को हटाने की मांग की गई है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है और 9 जून तक इस कार्रवाई करने को कहा है।
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