उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री धर्मपाल सिंह ने पिछले हफ्ते कहा कि वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर माफियाओं ने कब्जा कर रखा है। अब सरकार अतिक्रमण किए गए वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर बुलडोजर चलाएगी। उन्होंने 2 अप्रैल को भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) में कहा कि सरकार भूमि को मुक्त कराएगी और फिर उसका इस्तेमाल अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए करेगी।
सिंह ने कहा, “मदरसा भारत की शिक्षा प्रणाली का एक अंग हैं। इसकी पहली वजह यह है कि मुस्लिम आबादी अनुपातिक रूप से शिक्षा में पिछड़ी रही है। पाठ्यक्रम में वैज्ञानिक और धर्मनिरपेक्ष विषयों का अभाव है। जिसकी वजह से स्नातक करने के बाद रोजगार पाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।”
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— TIMES NOW (@TimesNow) April 3, 2022
धर्मपाल सिंह ने यह भी कहा कि राज्य में मदरसा का सिलेबस केंद्र की नई शिक्षा नीति पर आधारित होगा। बरेली की आँवला सीट से पिछला विधानसभा चुनाव जीतने वाले सिंह ने कहा कि मदरसा शिक्षा पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा और छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा दी जाएगी।
गौरतलब है कि इससे पहले, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के राजनीतिक सचिव और विधायक सांसद रेणुकाचार्य ने भी कहा था कि वह मुख्यमंत्री से मदरसों पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह करेंगे क्योंकि वे राष्ट्र विरोधी तत्व पैदा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा था कि “मदरसे युवा लोगों को भड़काऊ चीजें सिखाते हैं और वे भविष्य में राष्ट्र विरोधी तत्व बन जाते हैं। इसलिए हमें ऐसे संस्थानों की जरूरत नहीं है। मुस्लिम छात्रों को नियमित स्कूलों में पढ़ने दें क्योंकि वे भी भारतीयों के बच्चे हैं वरना मदरसों को नियमित पाठ्यक्रम पढ़ाना होगा।”
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