मेडिकल प्रवेश परीक्षा में गड़बड़ी से देश में हंगामा मचा हुआ है| छात्रों, अभिभावकों, विरोधियों और न्यायपालिका ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया ह| अब इस मामले में एक आरोपी छात्र ने बड़ा खुलासा किया ह| उसने कबूल किया है कि परीक्षा से एक रात पहले उसे नीट का पेपर मिला था और 100 फीसदी सवाल एक जैसे थे| उसने स्वीकार किया है कि उसके मामा ने पेपर दिलाने के लिए ‘सेटिंग’ की थी| इसके लिए उसे कोटा से पटना बुलाया| रात में उनके हर सवाल का जवाब दिया गया| परीक्षा के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
तेजस्वी यादव के निजी सचिव ने NHAI में फोन कर सिकंदर यादवेंदु ( NEET पेपर लिक मामले के आरोपी) के भतीजे अनुराग यादव के लिए बुक करवाया था। सिकंदर यादवेंदु के नाम से रूम बुक करने के लिए प्रीतम कुमार ने नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के स्टाफ प्रदीप को गेस्ट रुम बुक करने का आदेश देने के लिए १ मई को कॉल किया था। ऐसा ही कॉल उन्होंने ४ जून को परीक्षा से एक दिन पहले गेस्ट रुम बुक करने के लिए किया।
हालाँकि, बिहार एनएचएआई ने अपने गेस्ट हाउस में आरोपियों के ठहरने की रिपोर्टों को खारिज कर दिया, और एक बयान में उल्लेख किया कि पटना में उसके पास कोई गेस्ट हाउस सुविधा नहीं है।
देश भर पटना में NEET परीक्षा में धाँधली के कारण बवाल मचा हुआ है। घोटालेबाजों को पकड़ने के लिए एजेंसिया लगी हुई है। सिकंदर यादवेंदु ने दावा किया है उन्होंने उम्मीदवारों आयुष राज शिवनंदन कुमार, अभिषेक कुमार, अनुराग यादव, और अनुराग की माँ रीना यादव के लिए साजो समन कि व्यवस्था की थी।
67 छात्र टॉपर: पहली बार, 4 जून को NEET के नतीजे घोषित होने पर 67 छात्र टॉपर बनकर उभरे। उन्हें 720 में से 720 अंक मिले. मेरिट लिस्ट देखने के बाद आरोप लगा कि इसमें गड़बड़ी हुई है| 13 जून को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने ग्रेस अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों की दोबारा परीक्षा कराने का निर्णय लिया। लेकिन छात्रों का गुस्सा नहीं थमा| बिहार और गुजरात में प्रश्नपत्र लीक की खबरें सामने आने के बाद NTA संदेह के घेरे में फंस गया था।
इस मामले में अब तक बिहार से 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है| इसमें 4 छात्राएं हैं| पेपर लीक के बाद यह बात सामने आई है कि आरोपियों ने छात्रों से लाखों रुपये वसूले हैं| इतना ही नहीं आरोपियों ने छात्रों को न सिर्फ प्रश्न पत्र बल्कि उसकी उत्तर पुस्तिका भी दे दी|
पुलिस के हाथ लगे कई सुराग: पुलिस ने इस रैकेट की जड़ तक पहुंचने की ठान ली है। उनके हाथ अहम सूत्र लगे हैं| पुलिस जांच में कनिष्ठ अभियंता सिकंदर प्रसाद यादवेंद्रू भी फंस गये| जब उससे पूछताछ की गई तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं| इस पेपर लीक में उनकी संलिप्तता पाई गई थी| उसने यह गड़बड़ी अपने भतीजे के लिए की थी। उनके भतीजे अनुराग यादव से पटना के शास्त्रीनगर थाने में पूछताछ की जा रही है|
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