बुधवार को संसद में हुई सुरक्षा चूक पर लोकसभा सचिवालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आठ सुरक्षा कर्मियों को निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि इन सुरक्षा कर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड किया गया है। संसद में कार्यवाही के दौरान दो युवकों ने दर्शक दीर्घा से कूदकर सांसदों के बीच पहुंच गए थे और पीला गैस छोड़ा था। वहीं संसद के बाहर भी दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था जबकि एक अन्य आरोपी को दूसरे जगह से गिरफ्तार किया गया।
बताया जा रहा है कि इस मामले अब तक पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है ,जबकि एक आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। उसे पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीमें तलाशी अभियान चला रही है।यानी संसद में घुसपैठ की घटना की अंजाम देने में छह आरोपी शामिल थे।संसद की सुरक्षा मामले को लेकर लगातार विपक्ष सत्ता दल पर हमला बोल रहा है। कई विपक्षी नेताओं ने संसद की सुरक्षा पर ही सवाल खड़ा किया। अब इस मामले में कार्रवाई करते हुए लोकसभा सचिवालय ने आठ सुरक्षा कर्मियों को संस्पेंड कर दिया है।
सस्पेंड किये गए सुरक्षाकर्मियों में रामपाल, अरविंद, वीर दास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित और नरेंद्र हैं। बताया जा रहा है कि छठवें आरोपी की लोकेशन राजस्थान के नीमराना में ट्रेस की गई थी। लेकिन दिल्ली की स्पेशल सेल उसे पकड़ने पहुंची तो वह फरार हो गया। फिलहाल दिल्ली पुलिस की स्पेशल दो टीमें छठें आरोपी ललित झा को पकड़ने के लिए अभियान चला रखा है।
अभी तक जिन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है उसमें उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहने वाला सागर शर्मा, हरियाणा के घासो की रहने वाली नीलम आजाद, महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला अमोल शिंदे और कर्नाटक के मैसूर का रहने वाला मनोरंजन डी शामिल है। जबकि पांचवें आरोपी की पहचान विशाल शर्मा के रूप में हुई है। जिसे गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है। इन पांचों आरोपियों पर गैरकानूनी अधिनियम यानी की यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया हैऔर उनसे पूछताछ की जा रही है।
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