पहलगाम आतंकी हमले में 25 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है| इस घटना के बाद भारत सरकार अलर्ट मोड में है| पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाया है| भारतीय सेना, विक्टर फोर्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है| पूरे इलाके को घेर लिया गया है| जंगलों के ऊपर हेलिकॉप्टर से नजर रखी जा रही है, जिससे आतंकियों की तलाश की जा सके|
14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमला हुआ था. इसके जवाब में भारत ने 12 दिन बाद 26 फरवरी 2019 को बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें 300 से अधिक आतंकियों के मारे जाने का दावा किया गया| उस हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे, जो सैन्य बलों पर सीधा हमला था| वहीं, पहलगाम हमला पर्यटकों पर किया गया है| हालांकि, शुरुआती जांच में पता चला है कि पाक आतंकियों ने रेकी की थी|
बीते कुछ सालों से मोदी-शाह की जोड़ी की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति और शाह के 2025 में पुलवामा की बरसी पर दिए बयान से संकेत मिलता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठा सकता है| हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि अगर पहलगाम हमले का पैमाना पुलवामा जितना बड़ा होगा तो भारत सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक करने से बाज नहीं आएगा| भारत सरकार आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन पाकिस्तान तक बढ़ा दे तो हैरानी नहीं होगी|
ऐसे में आज की रात आतंकियों के लिए आखिरी रात साबित होगी या नहीं, यह भारतीय सैन्य ऑपरेशन की सफलता पर निर्भर करेगा, लेकिन सेना हाई अलर्ट पर है और इलाके को घेर लिया गया है| खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई जारी है और पहले से मिले इनपुट्स के बावजूद हमला होने से सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं|
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार ऐतिहासिक शिखर से कुछ ही कदम दूर!