अमेरिका के पेंसिल्वेनिया राज्य में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां गवर्नर जोश शापिरो और उनका परिवार अपने आधिकारिक आवास पर तड़के हुए हमले में बाल-बाल बच गए। अधिकारियों ने बताया कि एक संदिग्ध व्यक्ति ने सुरक्षा घेरे को भेदते हुए गवर्नर आवास में आगजनी की घटना को अंजाम दिया। इस गंभीर मामले में अब आरोपी पर आतंकवाद, हत्या का प्रयास और आगजनी जैसे संगीन आरोप लगाए जाएंगे।
घटना रविवार(13 अप्रैल) तड़के करीब 2 बजे की है जब पुलिस ने गवर्नर शापिरो को जगाकर राजधानी हैरिसबर्ग स्थित सरकारी आवास से सुरक्षित बाहर निकाला। गवर्नर ने बताया कि यह हमला उनके धर्म के पवित्र पर्व पासओवर के दौरान हुआ। कुछ घंटे पहले ही उन्होंने उसी स्थान पर पारंपरिक सेडर डिनर का आयोजन किया था, जहां आगजनी की गई।
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान कोडी बामर (38 वर्ष) के रूप में हुई है, जिसे हैरिसबर्ग के बाहर से गिरफ्तार किया गया। स्थानीय अभियोजक फ्रैन चार्डो ने जानकारी दी कि कोडी बामर पर आतंकवाद के आरोपों के साथ-साथ हत्या के प्रयास और आगजनी की धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा। रिपोर्टों के अनुसार, आरोपी बामर की संपत्ति ऋण न चुकाने के चलते न्यायिक आदेश के तहत जब्त और नीलाम की जा रही थी, जिससे उसकी मानसिक स्थिति पर भी सवाल उठ रहे हैं।
गवर्नर शापिरो ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, “अगर वह मेरे परिवार, मेरे दोस्तों को डराने की कोशिश कर रहा था, तो हमने अपने पर्व को गर्व से मनाया। कोई मुझे अपने धार्मिक पर्व को खुलकर मनाने से नहीं रोक सकता।” उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “इस तरह की हिंसा ठीक नहीं है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह हरकत एक खास पक्ष की ओर से है या किसी और की तरफ से की गई। यह ठीक नहीं है।”
जोश शापिरो अमेरिका के डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते हैं और उनकी लोकप्रियता हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ी है। हमले की गंभीरता को देखते हुए पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। इस घटना ने अमेरिकी राजनीति में नेताओं की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता पैदा कर दी है।
पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका में नेताओं पर हमलों की संख्या में इजाफा हुआ है। 2023 में पूर्व स्पीकर नैन्सी पेलोसी के घर पर हमला, उनके पति पर जानलेवा हमला, और डोनाल्ड ट्रंप पर प्रचार अभियान के दौरान हमला, इन सब घटनाओं ने राजनीतिक हिंसा की बढ़ती प्रवृत्ति को उजागर किया है।
गवर्नर शापिरो और उनका परिवार फिलहाल सुरक्षित हैं, लेकिन यह घटना अमेरिका में लोकतांत्रिक मूल्यों और धार्मिक स्वतंत्रता पर एक और गहरी चोट के रूप में देखी जा रही है। जांच एजेंसियां इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर रही हैं और आरोपी की मंशा, मानसिक स्थिति और संभावित नेटवर्क की भी पड़ताल की जा रही है।
यह भी पढ़ें:
भारत के अनुरोध पर भगोड़ा मेहुल चौकसी बेल्जियम ने किया गिरफ्तार !
डॉ. आंबेडकर जयंती के दिन प्रधानमंत्री का हरियाणा दौरा, देंगे हजारों करोड़ की सौगात !
डॉ. भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भावपूर्ण संदेश !