कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार, 30 मई को अमेरिका के 6 दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। वह यहां तीन शहरों का दौरा करेंगे। इस बीच, राहुल गांधी ने बुधवार सुबह सैन फ्रांसिस्को में भारतीयों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपनी भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए देश की राजनीति के बारे में बात की और भारतीय जनता पार्टी समेत आरएसएस पर कड़ा प्रहार किया।
राहुल गांधी ने कहा कि भारत में कुछ लोगों को लगता है कि वे सब कुछ जानते हैं। वे भगवान को भी चीजें सिखा सकते हैं और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनमें से एक हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी को अगर आप भगवान के सामने भी बैठा देंगे, तो वह उन्हें भी बता देंगे कि क्या करना है। ब्रह्मांड कैसे बनाना है ये भी वह भगवान को बता सकते हैं।
राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव को लोगों के साथ शेयर करते हुए कहा, मैंने जब ये यात्रा शुरू थी तो 5-6 दिन बाद महसूस हुआ कि ये यात्रा आसान नहीं होगी। हजारों किलोमीटर की यात्रा को पैदल तय करना बेहद मुश्किल दिख रहा था, लेकिन मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं था। उन्होंने बताया, मैं, कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक रोजाना 25 किलोमीटर की यात्रा तय कर रहे थे। राहुल ने अपनी यात्रा को लेकर कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैं थका नहीं क्योंकि मेरे साथ पूरा भारत था। सरकार ने पुलिस बल का प्रयोग करते हुए मेरी यात्रा को रोकने की पूरी कोशिश की। इसके बावजूद दौरे का असर बढ़ता गया।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को अमेरिका पहुंचे। हवाई अड्डे पर राहुल गांधी का स्वागत इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और संगठन के अन्य सदस्यों ने किया था। राहुल सैन फ्रांसिस्को में प्रतिष्ठित स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय में छात्रों से बातचीत कर सकते हैं। इसके बाद वह वाशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे और सांसदों तथा संस्थानों से जुड़े लोगों के साथ बैठक करेंगे। यात्रा के अंतिम दिन वह 4 जून को न्यूयॉर्क में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे।
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को गुजरात के सूरत की एक अदालत द्वारा आपराधिक मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद वायनाड लोकसभा सीट से पूर्व सांसद राहुल ने राजनयिक पासपोर्ट और दस्तावेज लौटा दिए थे।
मार्च 2023 में राहुल गांधी लंदन गए थे। गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर ‘बर्बर हमला’ हो रहा है। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा था कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस पर ध्यान देने में फेल रहे हैं। राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं।
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