भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुंभांशु शुक्ला, Axiom-4 मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में अपने दो सप्ताह पूरे कर चुके हैं और अब 14 जुलाई को धरती पर लौटने वाले हैं। वापसी से पहले उन्होंने अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतरिक्ष में एक यादगार भोज का आनंद लिया, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री जॉनी किम ने इंस्टाग्राम पर इस भोज की तस्वीरें साझा कीं, जिसमें सभी अंतरिक्ष यात्री शून्य गुरुत्वाकर्षण में तैरते हुए भोजन का आनंद लेते नजर आए। उन्होंने लिखा, “इस मिशन की सबसे अविस्मरणीय शामों में से एक थी Axiom-4 के नए दोस्तों के साथ भोजन साझा करना। हमने कहानियां साझा कीं और इस बात पर हैरानी जताई कि कैसे अलग-अलग देशों और पृष्ठभूमियों के लोग मानवता का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक साथ आए हैं।”
इस विशेष भोज में पुनर्जलीकृत झींगा कॉकटेल और क्रैकर्स को स्टार्टर के तौर पर परोसा गया। मुख्य भोजन मेंचिकन फजिटास, बीफ फजिटास और मीठे ब्रेड, गाढ़े दूध और अखरोट से बना एक खास केक शामिल था, जिसे रूसी कॉसमोनॉट्स ने तैयार किया।
अंतरिक्ष में इस विशेष भोज में सभी Axiom-4 क्रू सदस्यों ने मिलकर स्वादिष्ट व्यंजन का आनंद लिया। स्टार्टर में रिहाइड्रेटेड श्रिम्प कॉकटेल और क्रैकर्स परोसे गए, जबकि मुख्य भोजन में चिकन फजिता और बीफ फजिता शामिल थे। भोज का समापन एक खास केक के साथ हुआ, जो मीठे ब्रेड, गाढ़े दूध और अखरोट से बनाया गया था। यह केक रूसी कॉसमोनॉट्स ने तैयार किया था और इसने पूरे भोज को एक यादगार अनुभव बना दिया।

इस अंतरिक्ष मिशन में भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुंभांशु शुक्ला के साथ तीन अन्य प्रमुख सदस्य शामिल हैं। पहली हैं पेगी व्हिटसन, जो NASA की पूर्व अंतरिक्ष यात्री रही हैं और वर्तमान में Axiom Space में मानव अंतरिक्ष उड़ान निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। दूसरे सदस्य स्लावोस्ज उज्नान्स्की-विस्निएव्स्की पोलैंड से हैं, जो एक वैज्ञानिक और प्रशिक्षित अंतरिक्ष यात्री हैं। तीसरे सदस्य तिबोर कपु हंगरी के HUNOR (Hungarian to Orbit) मिशन से जुड़े अंतरिक्ष यात्री हैं। ये चारों मिलकर Axiom-4 मिशन का हिस्सा हैं और अंतरराष्ट्रीय सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।
NASA के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर स्टीव स्टिच ने बताया कि “Axiom-4 मिशन को 14 जुलाई को ‘हाई बीटा’ अवधि के बाद आईएसएस से अनडॉक किया जाएगा। हम मिशन की प्रगति पर नजर रख रहे हैं।” हाई बीटा पीरियड वह समय होता है जब आईएसएस की कक्षा और सूर्य के बीच का कोण 70 डिग्री से अधिक होता है, जिससे स्टेशन लगातार सूर्य के प्रकाश में रहता है। इससे ओवरहीटिंग का खतरा होता है, और NASA को सावधानीपूर्वक तापमान नियंत्रण करना पड़ता है।
अब तक शुंभांशु शुक्ला और उनकी टीम ISS में 230 सूर्योदय देख चुके हैं और उन्होंने लगभग 100 लाख किलोमीटर की दूरी तय की है। Axiom-4 मिशन को 25 जून को फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था और 26 जून को 28 घंटे की यात्रा के बाद ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ने ISS से डॉक किया।
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