अजीब भाषा से हुआ शक: मिली जानकारी के अनुसार, एसएसबी के जवानों ने युवक को भारत-नेपाल सीमा के पास घूमते देखा। रोकने पर जब उससे उसकी पहचान और यहां होने का कारण पूछा गया, तो उसने जिस भाषा में उत्तर दिया, वह न तो स्थानीय भाषा से मिलती थी और न ही जवान या स्थानीय लोग उसे समझ पाए। युवक की भाषा और व्यवहार को देखते हुए उसे तत्काल हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस को सौंपा गया, मेडिकल जांच जारी: एसएसबी ने संदिग्ध युवक को आगे की कार्रवाई के लिए सुजौली थाने की पुलिस के हवाले कर दिया। उसकी मानसिक और शारीरिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। चिकित्सकीय जांच के बाद उससे विस्तार से पूछताछ की जाएगी।
घुसपैठ की आशंका: प्राथमिक जांच में युवक की राष्ट्रीयता स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन सीमा सुरक्षा बल और पुलिस को आशंका है कि वह घुसपैठिया हो सकता है। बता दें कि नेपाल के रास्ते उत्तर प्रदेश में बांग्लादेशी और पाकिस्तानी नागरिकों की घुसपैठ की आशंका को देखते हुए सीमा सुरक्षा और सतर्कता पहले से ही कड़ी कर दी गई है।
सीमा पर बढ़ाई गई सुरक्षा: इस संभावित खतरे को देखते हुए 1500 अतिरिक्त एसएसबी जवानों और 200 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जो भारत-नेपाल सीमा पर चौबीसों घंटे गश्त कर रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की घुसपैठ को रोका जा सके।
पूछताछ के बाद खुलेंगे राज: पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब युवक की पहचान, उसकी भाषा, उसके उद्देश्य और भारत में उसके आने के मार्ग को लेकर विस्तृत पूछताछ करेंगी। भाषा विशेषज्ञों की मदद भी ली जा सकती है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह किस देश या क्षेत्र से आया है।
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