देश की रेल की पटरियां नहीं थमने देंगी सांसों की डोर

देश की रेल की पटरियां नहीं थमने देंगी सांसों की डोर

मुंबई। कोरोना की दूसरी लहर इतनी ज्यादा भयावह साबित हुई है कि इस बार ऑक्सीजन तक की कमी हो गई है। ये देखते हुए सरकार ने इंडस्ट्रीज को ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी। उद्योगों ने भी इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को अस्पतालों में भेजना शुरू कर दिया। सरकार ने कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए ताबड़तोड़ फैसले तो लिए, लेकिन तेजी से ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित नहीं हो पा रही थी। ऐसे में एक बार फिर से रेलवे ने मदद का जिम्मा उठाया और पटरियों पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस (Oxygen Express) दौड़ाई। कोरोना पीड़ियों की सांसों की डोर ना थमें, इसलिए रेलवे कुछ समय पहले ही पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस मुंबई से विशाखापट्टनम भेजी थी। अब यूपी दूसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस तेजी से पटरी पर दौड़ी, ताकि कोरोना पीड़ितों को मदद पहुंचाई जा सके। बोकारो से लिक्विड ऑक्सीजन लोड करने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस को लखनऊ से बोकारो भेजा जा रहा है, जिससे उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। मध्य प्रदेश में भी कोरोना के बढ़ते मरीजों की वजह से ऑक्सीजन की मांग तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में रेलवे ने फैसला किया है कि वहां पर भी ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई जाएगी। कुछ ही दिनों में ऐसी और ट्रेनों का संचालन शुरू किए जाने की योजना है। मध्य प्रदेश में राउरकेला और बोकारो से लिक्विड ऑक्सीजन लाई जाएगी।

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