अधूरी रह गई मन की ख्वाहिश,राम मंदिर में दर्शन के बाद दुनिया से विदा लेना चाहते थे पूर्व सीएम कल्याण सिंह

अधूरी रह गई मन की ख्वाहिश,राम मंदिर में दर्शन के बाद दुनिया से विदा लेना चाहते थे पूर्व सीएम कल्याण सिंह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। लंबे वक्त से बीमार कल्याण सिंह लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (पीजीआई) में भर्ती थे। 1992 के विवादित ढांचा विध्वंस कांड के वक्त वह यूपी के सीएम थे और उन नेताओं में से एक थे जिन्हें राम मंदिर निर्माण के लिए सबसे मुखर आवाजों में से एक माना जाता था। 2020 में राम मंदिर के निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला आने के बाद कल्याण सिंह ने इसपर खुशी जाहिर की थी। 88 वर्ष की आयु में कल्याण ने कहा था कि उनकी इच्छा है कि वह अयोध्या में बनने जा रहे भगवान राम के मंदिर में दर्शन कर अपने प्राण त्यागें। उनकी यह इच्‍छा नहीं पूरी हो पाई। भगवान राम के मंदिर बनने को लेकर कल्याण सिंह ने कहा कि ये उन लोगों को समर्पित है, जिनके संघर्ष के बल पर राम मंदिर का आंदोलन आज इस मुकाम पर पहुंचा है। कल्याण ने उत्साह में यह भी कहा था कि वह राम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम के एक दिन पहले ही अयोध्या पहुंच जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक, अमित शाह ने बताया रामजन्मभूमि अभियान का हीरो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताये हुए ट्‌वीट किया है कि कल्याण सिंह जी ने हाशिए के करोड़ों लोगों को आवाज दी,उन्होंने किसानों, महिलाओं और युवाओं को सशक्त किया.पीएम मोदी ने ट्‌वीट किया मैं उनके निधन से बहुत दुखी हूं और आज उनके योगदानों को याद कर रहा हूं। उन्होंने देश की ऐतिहासिक संस्कृति पर हमेशा गर्व किया और देश के सांस्कृतिक उत्थान के लिए काम किया। गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें रामजन्मभूमि अभियान का हीरो बताया और कहा कि उनके निधन से हम सब शोक में हैं। देश की करोड़ों जनता उनके निधन से शोक में है। उन्होंने पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए बहुत काम किया था। कल्याण सिंह की तबीयत पिछले काफी दिनों से खराब चल रही थी. आज उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था, क्योंकि उनका किडनी काम नहीं कर रहा था. उनकी उम्र 89 साल की थी. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों उनका हालचाल लिया था. कल्याण सिंह के कार्यकाल में ही बाबरी विध्वंस की घटना हुई थी. वे दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे।

संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) द्वारा शनिवार रात जारी बयान में बताया गया कि कल्याण सिंह लंबे समय से बीमार थे और उनके अंगों ने धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया जिससे शनिवार शाम उनका निधन हो गया. गौरतलब है कि वयोवृद्ध नेता कल्याण सिंह को चार जुलाई को संक्रमण और हल्की बेहोशी की वजह से एसजीपीजीआई के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. इससे पहले उनका इलाज डॉक्टर राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट में चल रहा था.·लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट -कल्याण सिंह के निधन से हमने एक विराट व्यक्तित्व खो दिया। उन्होंने अपने व्यक्तित्व से राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी थी। वहीं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्‌वीट किया -बाबू जी के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि. वे हमारे मार्गदर्शक थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्‌वीट किया उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह जी अब हमारे बीच नहीं रहे.वे भारतीय राजनीति में शुचिता, पारदर्शिता व जन सेवा के पर्याय थे।

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