दिल्ली स्थित नेहरू मेमोरियल का नाम बदल दिया गया है। नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी को अब प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड सोसाइटी के नाम से जाना जाएगा।। नाम बदले जाने पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस का आरोप है कि नाम में बदलाव प्रतिशोध और संकीर्णता का नतीजा है। हालांकि ये पहली बार नहीं है, जब केंद्र सरकार की तरफ से इस प्रकार से स्थान का नाम बदला गया हो। बल्कि पिछले नौ साल में कई सरकारी योजनाएं, प्रतीक, स्थान, सड़क और पुरस्कारों के नाम भी बदले जा चुके हैं। वहीं भाजपा शासित राज्यों में कई जिलों के नाम भी बदल गए हैं। आइए सबके बारे में जानते हैं।
राजीव गांधी खेल रत्न- भारत में खेल जगत में दिया जानेवाला राजीव गांधी खेल रत्न सर्वोच्च पुरस्कार है। राजीव गांधी खेल रत्न का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया था। हालांकि 6 अगस्त 2021 को इस पुरस्कार का नाम बदलकर कर ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न’ कर दिया गया है।
इंदिरा आवास योजना- गरीबों के लिए यह मुफ्त आवास की योजना है। हालांकि साल 2016 में इसे प्रधानमंत्री आवास योजना कर दिया गया।
राजीव ग्रामीण विद्युतीकरण योजना- 23 जुलाई 2015 को इस योजना का नाम बदलकर दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना कर दिया गया। इस योजना को देश के ग्रामीण इलाकों में बिजली की आपूर्ति हो सके इसलिए शुरू किया गया है।
राजीव आवास योजना- केंद्र सरकार ने साल 2016 में इस योजना का नाम बदलकर सरदार पटेल राष्ट्रीय शहरी आवास मिशन कर दिया।
जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन- इस योजना को प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) कायाकल्प- शहरी बदलाव अटल मिशन में बदल दिया गया है।
राजीव गांधी फेलोशिप योजना- इससे भी राजीव गांधी का नाम 2016 में हटा दिया गया। अब इसे केवल नेशनल फेलोशिप फॉर स्टूडेंट्स विद डिसैबिलिटीज कर दिया गया है। वहीं राजीव गांधी खेल अभियान अब खेलो इंडिया हो गया है।
राजपथ बना कर्तव्य पथ- दिल्ली का ऐतिहासिक राजपथ अब कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाता है। पिछले साल आठ सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्तव्य पथ का उद्घाटन किया है। करीब साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी के इस रास्ते के इतिहास में जाएं तो पहले इसे किंग्सवे और फिर राजपथ के नाम से जाना जाने लगा था।
मुगल गार्डन को मिला नया नाम- राष्ट्रपति भवन में मौजूद मुगल गार्डन को भी इस साल नया नाम मिल गया है। अब इसे अमृत उद्यान के नाम से जाना जाता है। जानकारी के मुताबिक मुगल गार्डन का नाम अमृत महोत्सव के तहत बदला गया है।
कई शहरों का नाम बदला- देश में बीजेपी की सरकार आने के बाद कई राज्यों में राज्य सरकारों ने जिलों के नाम भी बदले हैं। इलाहाबाद को प्रयागराज, फैजाबाद को अयोध्या, होशंगाबाद को नर्मदापुरम कर दिया गया है। इसके अलावा कई रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि के नाम भी बदले गए हैं। यहां तक की सड़कों के नाम भी बदले गए हैं।
ये भी देखें
फिल्म ‘आदिपुरुष’ रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर छाई, जीता ऑडियंस का दिल
Manipur Violence: उपद्रवियों ने केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह का घर फूंका
गुजरात के बाद अब राजस्थान पर मंडरा रहा बिपरजॉय तूफान का खतरा