अक्षय तृतीया पर सुबह से ही बरेली के सराफा बाजार में ग्राहकों की भीड़ रही। सोना 98 हजार रुपये प्रति दस ग्राम व चांदी 98 हजार रुपये प्रतिकिलो रही। वहीं सराफा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक और कपड़ा बाजार में भी खरीदार उमड़े।
अक्षय तृतीया पर शहर में करीब 800 शादियां हुईं। सभी बरातघर व होटल बुक रहे। सड़कों पर बैंडबाजे के साथ लोग नाचते दिखे। बैंड वालों ने भी डबल शिफ्ट में काम किया। रात तक लोग शादी का जश्न मानते रहे। शहर में करीब 250 पंजीकृत बरातघर व 300 होटल हैं। सभी बुक रहे।
बरेली में अक्षय तृतीया पर बुधवार को शहनाई की धुन पर बाजार ने रफ्तार भरी। सुबह से ही सराफा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक, कपड़े समेत अन्य सामानों के शोरूम पर ग्राहकों की कतार लगी रही। लोगों ने पहले से बुक कराई गई कारों की डिलीवरी ली। सराफा बाजार में आभूषण खनकते रहे।
अबूझ मुहूर्त के कारण यह तिथि विवाह, गृह प्रवेश, नए व्यापार की शुरुआत आदि के लिए उपयुक्त मानी जाती है। उप्र उद्योग व्यापार मंडल के प्रांतीय महामंत्री राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि करीब 185 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। बुधवार को सुबह से ही सराफा बाजार में ग्राहकों की भीड़ रही। सोना 98 हजार रुपये प्रति दस ग्राम व चांदी 98 हजार रुपये प्रतिकिलो रही। दुकानदारों के मुताबिक, सोने के कुंडल, चेन, अगूंठी, सिक्के आदि की सर्वाधिक बिक्री हुई।
दुकानदारों ने अक्षय तृतीया के लिए पहले से ही 10 व 20 हजार रुपये मूल्य के सोने के सिक्के बनवा रखे थे, जिन्हें ग्राहकों ने खूब पसंद किया। शाम तक दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लगी रही।
इलेक्ट्रानिक बाजार भी गुलजार रहा। ग्राहकों ने स्मार्ट टीवी, फ्रिज, एसी, ओवन की खरीदारी की। कोई शादी में उपहार स्वरूप देने के लिए इलेक्ट्राॅनिक आइटम खरीद रहा था तो कोई अपने घर के लिए। दुकानदारों के मुताबिक, एसी व फ्रिज की बिक्री सबसे ज्यादा हुई है।
ऑटोमोबाइल सेक्टर भी गुलजार रहा। मनपसंद कार व बाइक की डिलीवरी लेने के लिए शोरूम पर ग्राहकों की भीड़ रही। शोरूम संचालकों के मुताबिक, लोगों ने पहले से ही इस दिन के लिए बुकिंग करा रखी थी। कारों में एसयूवी की बुकिंग व बिक्री सबसे ज्यादा रही।
आठ लाख से लेकर 15 लाख रुपये तक की कारें खूब बिकीं। बाइक सेगमेंट में स्पोर्ट्स बाइक का क्रेज रहा। साथ ही, एक लाख रुपये तक की बाइकों की बिक्री ज्यादा रही। इस सेगमेंट में करीब 40 करोड़ का कारोबार होने का अनुमान है।
शहर के प्रमुख कपड़ा बाजार कुतुबखाना की आर्य समाज गली, डीडीपुरम, राजेंद्र नगर में ग्राहकों ने सहालग के मद्देनजर लहंगा, लांचा, साड़ी, शेरवानी आदि की खरीदारी की। इस बार राजस्थानी व पंजाबी परिधानों की भी खूब बिक्री हुई।
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