30.7 C
Mumbai
Tuesday, April 22, 2025
होमदेश दुनियाUP: भारत सनातनियों की भूमि, महंत बाल योगी दीनानाथ ने कहा,यहां कब्र...

UP: भारत सनातनियों की भूमि, महंत बाल योगी दीनानाथ ने कहा,यहां कब्र का क्या काम?

देश में औरंगजेब को लेकर चल रही सियासत पर अब संभल के प्राचीन तीर्थ नीमसार के महंत बाल योगी दीनानाथ ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे आक्रांताओं के नामोनिशान को उखाड़कर फेंक देना चाहिए।

Google News Follow

Related

देश में औरंगजेब को लेकर चल रही सियासत पर अब संभल के प्राचीन तीर्थ नीमसार के महंत बाल योगी दीनानाथ ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे आक्रांताओं के नामोनिशान को उखाड़कर फेंक देना चाहिए। महंत बाल योगी दीनानाथ ने गुरुवार को आईएएनएस से बातचीत में कहा, “मैं मानता हूं कि औरंगजेब की कब्र को हटाना चाहिए। वह एक आक्रांता रहा है और भारत सनातनियों की भूमि है, यहां कब्र का क्या काम है।”

महंत बाल योगी दीनानाथ ने संभल के नेजा मेला पर कहा, “भारत ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ सनातनियों की भूमि है। ऐसे में जो भी आक्रांता विदेश से आए हैं, उन्होंने सिर्फ भारत को लूटा और यहां अत्याचार किया। अगर उनके प्रतीक और समाधियां बची रहीं और लोग उनके नाम पर नारे लगाते रहे, तो यह भारत के लिए ठीक नहीं है। इन तत्वों को बहुत बढ़ावा दिया गया है। गाजी की मृत्यु बहराइच में हुई थी, लेकिन उसके नाम पर भारत में अलग-अलग जगह नेजा का मेला लगाया जाता है।”

उन्होंने आगे कहा, “एक आक्रांता जिसने भारत को बार-बार लूटा और वह ऐसा व्यक्ति था, जिसने भारतीयों की हत्याएं की और उनके छोटे-छोटे बच्चों को भाले की नोंक पर रखकर मारा। ऐसे लोगों के नाम पर भारत में मेला लगना कितना सही है। इस तरह का मेला बिल्कुल नहीं लगना चाहिए। मैं इतना ही कहूंगा कि ऐसे लोगों को नहीं पूजना चाहिए। उनको जड़ से उखाड़कर फेंक देना चाहिए और उत्तर प्रदेश शासन यही काम कर रहा है, इसलिए हमारी यही मांग रहेगी।”

इससे पहले संभल में नेजा मेला की इजाजत नहीं मिलने पर समाजवादी पार्टी के विधायक इकबाल महमूद ने कहा कि मेले के आयोजन को खारिज करने का क्षेत्राधिकार डीएम का होता है और उन्होंने अभी खारिज नहीं किया है।

नेजा मेला की इजाजत नहीं मिलने पर सपा विधायक इकबाल महमूद ने कहा, “एडिशनल एसपी नहीं, बल्कि डीएम इसकी इजाजत देते हैं। ये लोग तो मुख्यमंत्री के सामने सिर्फ अपने नंबर बढ़ा रहे हैं। डीएस, एसपी इस मुद्दे पर जनता से बात करते, फिर इसका निर्णय लेना चाहिए। इस तरह के आयोजन को कराने की इजाजत डीएम देता है, न कि एडिशनल एसपी। अभी तक डीएम ने इस आयोजन को खारिज नहीं किया है और न ही इसकी आज्ञा दी है।

यह भी पढ़ें-

विश्व खुशहाली सूचकांक 2025: देश का कड़वा सच​, भारत से ज्यादा खुश हैं पाकिस्तान​-नेपाल के ​नागरिक​!

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,127फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
243,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें