वट सावित्री व्रत में आप सेब का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा केला, आम व अंगूर भी खा सकते हैं। यह आपको ऊर्जा प्रदान करते हैं। वट सावित्री पर करें ये उपाय, पति की लंबी उम्र और तरक्की का मिलेगा आशीर्वाद|
व्रत में आप काजू, किशमिश, अखरोट व बादाम भी खा सकते हैं। ये सभी शरीर को पोषण देते हैं। आप इनका सेवन साबूदाना की खीर बनाकर भी कर सकते हैं। इस दौरान नारियल पानी पीने से शरीर में पानी की कमी महसूस नहीं होती और ऊर्जा भी बनी रहती हैं।
वट सावित्री व्रत में आप दही, शहद, साबूदाना के साथ-साथ समा के चावल भी खा सकते हैं। आमतौर पर व्रत में इसका सेवन किया जाता है। आप मिठाई और हलवा भी खा सकते हैं।
वट सावित्री व्रत में अक्सर कुछ चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। अन्यथा आपका व्रत खंडित हो सकता है। इसलिए आप गेहूं, चावल और दाल को खाने से बचें। आप उपवास के दौरान किसी भी तरह का मसालेदार भोजन न करें।
वट सावित्री व्रत में क्या खा सकते हैं? (क्या खाना चाहिए)
फल और सूखे मेवे – सेब, केला, नारियल, खजूर, किशमिश आदि।
सादा पानी या नारियल पानी – हाइड्रेटेड रहने के लिए।
सात्विक भोजन (अगर निर्जला व्रत नहीं कर रही हैं) – बिना लहसुन-प्याज के बना हल्का खाना जैसे साबूदाना खिचड़ी, आलू की सब्जी, कुट्टू/सिंघाड़े के आटे की रोटी।
दूध और दही – व्रत के दौरान ऊर्जा बनाए रखने में मदद करता है।
फलाहारी नमकीन या मिठाई – घर पर बनी हुई चीजें जैसे मखाना खीर, साबूदाना वड़ा आदि।
व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए?
लहसुन और प्याज – व्रत में तामसिक भोजन से बचना चाहिए।
पैकेज्ड या प्रोसेस्ड फूड – चिप्स, बिस्किट, कोल्ड ड्रिंक्स आदि से परहेज करें।
मसालेदार और तली-भुनी चीजें – पेट पर बोझ डाल सकती हैं, खासकर अगर दिनभर उपवास किया हो।कुछ अन्य सुझाव:-
व्रत की तैयारी एक दिन पहले से करें।
पूजा की सामग्री जैसे डोरी, वट वृक्ष के पत्ते, लाल कपड़ा, फल, मिठाई, जल पात्र आदि पहले से तैयार रखें।
कथा का श्रवण या पाठ जरूर करें।
