तमिलनाडु की पहाड़ियों में बसे ऊटी में शुक्रवार को शैक्षणिक वातावरण उस समय और ऊर्जावान हो गया जब देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कुलपतियों के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। यह सम्मेलन उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नीतिगत बदलावों और नवाचार पर केंद्रित है, जिसमें देशभर के विश्वविद्यालयों के प्रमुख भाग ले रहे हैं।
उपराष्ट्रपति शुक्रवार सुबह विशेष विमान से दिल्ली से कोयंबटूर पहुंचे, जहां तमिलनाडु सरकार और जिला प्रशासन ने उनका भव्य स्वागत किया। स्वागत करने वालों में राज्य की मंत्री कायलविझी सेल्वराज, कोयंबटूर के सांसद गणपति राजकुमार, और कई प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे। इसके बाद उपराष्ट्रपति एक निजी हेलीकॉप्टर से ऊटी के लिए रवाना हो गए।
उनकी यात्रा शिक्षा और कृषि जैसे दो महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों पर केंद्रित है। शुक्रवार और शनिवार को वे नीलगिरी जिले में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। रविवार को कोयंबटूर स्थित तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित एक सेमिनार में उपराष्ट्रपति कृषि क्षेत्र में तकनीकी प्रगति और किसानों के हितों पर चर्चा करेंगे।
ऊटी में आयोजित कुलपति सम्मेलन न केवल उच्च शिक्षा के भविष्य की दिशा तय करने वाला मंच है, बल्कि यह देश में विश्वविद्यालय प्रशासन और नवाचार को नई गति देने की मंशा को भी दर्शाता है। उपराष्ट्रपति धनखड़ इस अवसर पर शिक्षा क्षेत्र में अपने दृष्टिकोण साझा करेंगे, जिनसे शिक्षा प्रणाली को अधिक समावेशी, व्यावहारिक और गुणवत्तापूर्ण बनाने की उम्मीद है।
कोयंबटूर और नीलगिरी जिलों में उपराष्ट्रपति की उपस्थिति को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन हर गतिविधि पर पैनी नजर रखे हुए है ताकि उपराष्ट्रपति की यात्रा निर्विघ्न और प्रभावशाली बनी रहे।
यह भी पढ़ें:
“इतना पानी कहां रखेंगे?” – सिंधु जल संधि के निलंबन पर ओवैसी का सवाल!
कूचबिहार में ड्रग्स माफिया पर बड़ा प्रहार: बरामद किया 22 किलो गांजा!