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Tuesday, May 20, 2025
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कूचबिहार में ड्रग्स माफिया पर बड़ा प्रहार: बरामद किया 22 किलो गांजा!

ये सभी आरोपी एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हैं, जो पूर्वोत्तर राज्यों से मादक पदार्थों को बंगाल और अन्य राज्यों में पहुंचाने का काम कर रहे थे।

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पश्चिम बंगाल का कूचबिहार जिला इन दिनों नशीली दवाओं के कारोबार के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई का केंद्र बन गया है। माथाभांगा पुलिस को गुरुवार (24 अप्रैल) रात एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी, जब उन्होंने नियमित चेकिंग के दौरान एक कार से 22.5 किलोग्राम गांजा बरामद किया। यह कार्रवाई राज्य हाईवे-16 पर बैरागीरहाट ग्राम पंचायत के इच्छागंज इलाके में की गई, जहां पुलिस की सजगता ने ड्रग्स नेटवर्क की एक अहम कड़ी को उजागर कर दिया।

हुआ यूं कि जब पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध कार को रोकने का इशारा किया, तो उसमें सवार चार लोग वाहन छोड़ मौके से फरार हो गए। पुलिस ने वाहन को माथाभांगा थाने लाकर एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में जांच की, जिसमें कार के फर्श में बने विशेष छुपे हुए डिब्बों से गांजे के 22 पैकेट मिले। इसका कुल वजन लगभग 22.496 किलोग्राम है। पुलिस ने इस मामले में वाहन के मालिक और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।

ड्रग्स के खिलाफ इसी सिलसिले में पश्चिम बंगाल एसटीएफ ने एक और महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए कूचबिहार के कोतवाली थाना क्षेत्र से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। इन पर 75 लाख रुपये मूल्य के याबा टैबलेट्स की आपूर्ति करने का आरोप है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से कुल 1.5 किलोग्राम याबा बरामद हुई है।

एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, ये सभी आरोपी एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हैं, जो पूर्वोत्तर राज्यों से मादक पदार्थों को बंगाल और अन्य राज्यों में पहुंचाने का काम कर रहे थे। पुलिस पूछताछ में जुटी है कि ये टैबलेट्स कहां से लाई गई थीं और इन्हें किन-किन ठिकानों पर सप्लाई किया जाना था।

कूचबिहार में इन दो बड़ी कार्रवाइयों ने साफ कर दिया है कि राज्य की सुरक्षा एजेंसियां अब ड्रग्स माफिया के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम कर रही हैं। सीमावर्ती जिलों में फैले इस अवैध कारोबार को रोकने के लिए लगातार निगरानी, छापेमारी और गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। राज्य पुलिस और एसटीएफ की सक्रियता आने वाले समय में इस तरह के नेटवर्क पर और भी कठोर वार करेगी—ऐसी उम्मीद की जा रही है।

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