रामपुर। जब अचानक नोटों की बारिश होने लगे तो आप क्या करेंगे। जवाब यही होगा भाई, हम भी बहती गंगा में हाथ धो लेंगे। इस महामारी में जब पेड़ों से नोटों की बारिश की बात सुनी तो लोग दौड़ पड़े उस पेड़ की तरफ, जो रास्ते में मिला उसे भी साथ ले लिये। पहुंचने पर पेड़ों से गिरती 100,200 और 500 रुपये को बटोरने लगे.लेकिन कुछ समय बाद ही सभी की ख़ुशी चंद पलों में ही गायब हो गई.
रामपुर के शाहाबाद कस्बे में शनिवार को हुई इस घटना की खूब चर्चा हो रही है। मामला कुछ यूं था कि शाहाबाद कस्बे में एक बंदर ने किसी पुलिस वाले का पर्स लेकर पेड़ पर चढ़ गया था और उसमें रखे 500, 200, 100 रुपये को पेड़ से गिराने लगा. जब इसकी खबर गांव वालों को लगी तो उन्होंने उस पेड़ की ओर दौड़ पड़े. लोग इन नोटों को पाकर खुश हो रहे थे,लेकिन जब इन लोगों को सच्चाई पता चली तो मायूस हो गए।
जानकारी के अनुसार डायल 112 में तैनात पुलिसकर्मी ने गाड़ी अपना पर्स छोड़कर खाना खाने चले गए.पुलिसकर्मी गाड़ी का शीशा बंद नहीं किया था जिसका फायदा बंदर ने उठाते हुए पर्स लेकर फरार हो गया। पुलिसकर्मी को इसकी जानकारी तक नहीं हो सकी। पर्स लेकर बंदर एक पेड़ पर चढ़ गया। उसके बाद वह पैसे निकालकर उड़ाना शुरू कर दिए। लोगों ने बंदर के लुटाए नोटों को देखकर इसे रुपयों की बारिश जानकर लूटना शुरू कर दिया। मगर नोटों की बारिश के पीछे की सच्चाई जब सामने आई, तो सभी के चेहरे पर मायूसी तैर गई।