Yevgeny Prigozhin: कौन है वैगनर ग्रुप का चीफ, जिसने रुसी राष्ट्रपति से लिया पंगा

वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन व्लादिमीर पुतिन के करीबी है। ऐसे में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। आखिर वैगनर ग्रुप ने अपने ही आर्मी के खिलाफ क्यों हो गया।  

Yevgeny Prigozhin: कौन है वैगनर ग्रुप का चीफ, जिसने रुसी राष्ट्रपति से लिया पंगा

FILE - In this handout photo taken from video released by Prigozhin Press Service on Friday, March 3, 2023, Yevgeny Prigozhin, the owner of the Wagner Group military company, addresses Ukrainian President Volodymyr Zelenskyy asking him to withdraw the remaining Ukrainian forces from Bakhmut to save their lives, at an unspecified location in Ukraine. Prigozhin's criticism of the top military brass is in stark contrast with more than two decades of rigidly controlled rule by President Vladimir Putin without any sign of infighting among his top lieutenants. (Prigozhin Press Service via AP, File)

Yevgeny Prigozhin :यूक्रेन पर कब्जा करने का सपना देख रहा रूस खुद युद्ध की आग में झुलस रहा है। वैगनर ग्रुप ने  रूस में अपने  ही सेना के खिलाफ विद्रोह छेड़ दिया है। वैगनर ग्रुप ने रुसी सेना पर हमला कर रहा है। बताया जा रहा है कि वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन व्लादिमीर पुतिन के करीबी है। ऐसे में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। आखिर वैगनर ग्रुप ने अपने ही आर्मी के खिलाफ क्यों हो गया। वैगनर ग्रुप का चीफ वैगनर ग्रुप  कौन है।  तो आइये जानते है कि  वैगनर ग्रुप का चीफ  अब क्यों अपनी सेना के खिलाफ बगावत कर दी है। इसकी वजह क्या है।

25, 000 सैनिक मरने को तैयार: तो बताया जा रहा है कि येवगेनी प्रिगोझिन रूस के बुलाये गए भाड़े के सैनिकों का मुखिया है। उसे राष्ट्रपति पुतिन का करीबी माना जाता है। रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि येवगेनी प्रिगोझिन ने अपने लड़ाकों कोरोस्तोव शहर भेज दिया है। येवगेनी प्रिगोझिन ने दावा किया है कि यहां के सेना मुख्यालय, एयरपोर्ट सहित सैन्य अड्डों पर कब्जा कर लिया है। सड़कों पर टैंकों को उतार दिया गया है। येवगेनी प्रिगोझिन का कहना है कि उसके 25, 000 सैनिक मरने को तैयार हैं। वहीं, रोस्तोव शहर के अधिकारियों ने लोगों को घर में रहने के निर्देश दिए हैं।

ऐसे पड़ा वैगनर ग्रुप का नाम:गौरतलब है कि वैगनर ग्रुप की स्थापना दस साल पहले यानी 2013 में की गई थी। इसकी स्थापना दिमित्री उत्किन द्वारा की गई है।  दिमित्री रूस की खुफिया एजेंसी में काम करता था और वह एडोल्फ हिटलर से काफी प्रभावित था। जबकि हिटलर म्यूजिक कम्पोजर रिचर्ड वैगनर का बहुत बड़ा फैन था। इसलिए इसका नाम वैगन  ग्रुप रखा गया है। इस कंपनी को 2022 में रजिस्टर किया गया था। इसका मुख्यालय सेंट पीटर्सबर्ग में है। वहीं यूएस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के अनुसार इस ग्रुप में शामिल अस्सी प्रतिशत लड़ाके अपराधी हैं। सबसे बड़ी बात यह कि यह संगठन खुद को राष्ट्रवादी बताता है। ग्रुप का कहना है कि देश सेवा की भावना रखने वाले लोगों को भी इस संगठन में  शामिल किया जाता है।काउंसिल के अनुसार इस समय रूस में लगभग 50 हजार वैगनर काम कर रहे हैं। अब इसमें  दूसरे देशों के लड़को को भी शामिल किया गया है। ये अफगानिस्तान और सीरिया जैसे देशों के लोग हैं जो अपना गुजर बसर करने में असफल है।
 
एथलीट बनना चाहता था:  ऐसे में सवाल है कि आखिर वैगनर ग्रुप किस वजह से रुसी सेना पर हमला कर रहा है। तो रिपोर्ट में  कहा गया है कि ग्रुप का आरोप है कि उसके सैन्य कैम्पों पर रुसी सैनिकों ने मिसाइल से हमला किया। बताया जा रहा है कि येवगेनी प्रिगोझिन के कई रेस्टोरेंट और कैटरिंग सर्विस का मालिक है। उसका जन्म पुतिन के जन्म के 9 साल बाद हुआ था। उसके पिता की बचपन में ही मौत हो गई थी और उसकी मां एक अस्पताल में काम कराती थी। वह एथलीट बनना  चाहता था लेकिन वह सफल नहीं हुआ।

हॉट डॉग बेचने लगा: कहा जाता है कि स्कूल खत्म होने के बाद छोटे मोटे अपराधियों के साथ रहता था। सोवियत संघ के लोगों को लुटाता था। 13 साल की उम्र में उसे सजा हुई। सजा खत्म होने के बाद वह सेंट पीटर्सबर्ग चला गया जहां वह हॉट डॉग बेचने लगा था।  वैगनर ग्रुप को उसकी क्रूरता के लिए जाना जाता है। कहा जा रहा है कि रूस में तख्तापलट का खतरा मंडराने लगा है। पुतिन ने  वैगनर ग्रुप के बगावत को देश के पीट में छुरा घोंपने वाला बताया है।
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