मोटापा आज एक वैश्विक स्वास्थ्य संकट बन चुका है, और इसकी वजहें समझने के लिए कई अध्ययन किए जा रहे हैं। अब एक नए अध्ययन ने आम धारणा को चुनौती दी है कि शारीरिक गतिविधि की कमी ही मोटापे की प्रमुख वजह है। अमेरिका के ड्यूक विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए इस शोध में यह निष्कर्ष निकाला गया है कि व्यायाम की तुलना में ज़्यादा कैलोरी का सेवन मोटापे का बड़ा कारण बन रहा है।
ड्यूक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हरमन पोंटजर के मुताबिक, “मोटापा बढ़ने का सबसे बड़ा कारण हमारे खाने के पैटर्न में बदलाव है, न कि सिर्फ शारीरिक गतिविधियों की कमी।” यह शोध इस विचार के विपरीत जाता है कि औद्योगिकरण और जीवनशैली में आई सुस्ती मोटापे के मुख्य कारक हैं। इसके बजाय यह सामने आया है कि अमीर देशों में रहने वाले लोग पहले के मुकाबले आज भी समान या अधिक ऊर्जा खर्च कर रहे हैं।
शोध के लिए दुनियाभर के 34 अलग-अलग स्थानों से 4,200 से अधिक व्यक्तियों का डेटा एकत्र किया गया, जिनकी उम्र 18 से 60 साल के बीच थी। इन प्रतिभागियों की रोजाना खर्च होने वाली ऊर्जा, शरीर में मौजूद वसा की मात्रा और बॉडी मास इंडेक्स (BMI) का विश्लेषण किया गया। परिणामों से यह स्पष्ट हुआ कि भले ही समृद्ध देशों में कुल ऊर्जा खर्च थोड़ी कम हुई हो, लेकिन मोटापे में इस कमी का योगदान बहुत मामूली है।
शोधकर्ता अमांडा मैकग्रॉस्की का कहना है कि जैसे-जैसे देश अमीर होते हैं, लोगों की खानपान की आदतों में बड़ा बदलाव आता है। लोग ज़्यादा प्रोसेस्ड, हाई-कैलोरी और फैटयुक्त भोजन की ओर झुकते हैं, जिससे शरीर में फैट बढ़ता है और मोटापे की समस्या तेज़ होती है।
हालांकि इस अध्ययन में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इसका यह मतलब नहीं है कि व्यायाम की भूमिका को नकार दिया जाए। व्यायाम न केवल वजन नियंत्रण में मदद करता है, बल्कि यह हृदय स्वास्थ्य, मानसिक स्थिति और शारीरिक सहनशक्ति जैसे पहलुओं के लिए भी आवश्यक है।
शोधकर्ताओं का मानना है कि मोटापे से निपटने के लिए आहार और व्यायाम दोनों को साथ में अपनाना ज़रूरी है। शरीर का वजन सिर्फ जिम जाकर या दौड़ लगाकर नहीं घटाया जा सकता, बल्कि प्लेट में क्या रखा है — यह भी उतना ही मायने रखता है।
मोटापा कम करने के लिए केवल दौड़ लगाना या वर्कआउट करना काफी नहीं है। जब तक हम अपने खाने की आदतों पर नियंत्रण नहीं करेंगे, तब तक मोटापे से जंग अधूरी रहेगी। इसलिए स्वास्थ्यपूर्ण जीवन के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम — दोनों को साथ लेकर चलना होगा।



