एसटी के बाद अब बेस्ट कर्मचारियों ने भी हड़ताल शुरु कर दी है जिसके चलते मंगलवार को महानगर की सड़कों पर 163 बेस्ट बसे नहीं चल सकीं।बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) ने मंगलवार को कहा कि वेतन का भुगतान नहीं किये जाने को लेकर ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा अचानक की गई हड़ताल के कारण 275 मिनी बसों में से कम से कम 163 बसें सड़कों से नदारद रहीं।
गौरतलब है कि एक महीने से भी कम समय में ठेकेदार के चालकों द्वारा अचानक की गई यह दूसरी हड़ताल है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले, वेतन में देरी को लेकर 22 अप्रैल को चालकों के अचानक हड़ताल पर चले जाने के कारण 275 मिनी बसें सड़कों से नदारद रहीं थीं। बेस्ट के प्रवक्ता मनोज वरदे ने कहा कि कर्मचारियों के आंदोलन के कारण एमपी ग्रुप की 275 मिनी बसों में से केवल 112 परिचालित की गईं। वरदे ने कहा “यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा से बचाने के लिए बेस्ट ने अन्य डिपो से अपनी बसें परिचालित कीं। उन्होंने कहा कि अनुबंध में मौजूद नियमों व शर्तों के अनुसार ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
बेस्ट के अनुसार, यह कोलाबा, वडाला, बांद्रा, कुर्ला और विक्रोली डिपो से मिनी बसों का संचालन करता है। इनमें से बांद्रा, विक्रोली और कुर्ला डिपो में परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ क्योंकि दिन में वहां से क्रमश: केवल दो, पांच और 11 मिनी बसों का परिचालन किया गया। बेस्ट, मुंबई में सार्वजनिक बस सेवा उपलब्ध करता है। इसके बेड़े में लगभग 3,500 बसें हैं जिनमें विभिन्न निजी ठेकेदारों से किराए पर ली गई बसें भी शामिल हैं।
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