मुंबई। उत्तर भारतीय मतदाताओं का रुझान भाजपा की तरफ होने से परेशान कांग्रेस ने अब फुट डालो राज करो’ की नीति पर काम कर रही। मुंबई और आसपास के इलाकों में रहने वाले उत्तरभारतीय राजनीति रूपसे एकजुट माने जाते हैं पर कांग्रेस अब इनको अगड़े पिछड़े में बाँटने में जुट गई है। कांग्रेस की तरफ से गुरुवार को मंत्रलाय में उत्तर भारतीय समुदाय के पिछड़े वर्गों के की समस्या समाधान के नाम पर राज्य के ओबीसी मंत्री विजय वडेट्टीवार ने बैठक आयोजित की है।
इस बैठक के संयोजक पूर्व मंत्री नसीम खान है। उन्होंने बुधवार को कहा कि उत्तर भारतीय समाज के पिछड़े वर्ग में अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जमाति और अन्य श्रेणियां शामिल हैं और जो मुंबई और महाराष्ट्र के कई जिलों में पिछले 50 से अधिक वर्षों से रह रहे हैं। जिस तरह महाराष्ट्र मे ओबीसी समुदाय के पिछड़े वर्गो को सुविधा मिल रही है उसी तरह से उत्तर भारतीय समाज के पिछड़े वर्गो को भी सुविधा मिले, इसको लेकर कई सालो से मांग हो रही है। लेकिन उनकी मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया गया है।
पार्टी का दावा है कि इस संदर्भ में उत्तर भारतीय ओबीसी महासभा में शामिल हुए पाल समाज, विश्वकर्मा समाज, मौर्य-कुशवाहा समाज, कुर्मी-पटेल समाज, यादव समाज, राजभर समाज, बिंद समाज, चौरसिया समाज, प्रजापति समाज, गुप्ता-तेली समाज, शर्मा-नाई समाज, सुवर्णाकर-सोनार समाज और लोधी समुदाय के प्रमुख नेताओं ने महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्याध्यक्ष पूर्व मंत्री मो आरिफ (नसीम) खान से मुलाकात की और उन्हें अपनी विभिन्न समस्याओं के बारे में बताया।
इस पर नसीम खान ने तत्काल राज्य के ओबीसी मंत्री विजय वडेट्टीवार से बात कर 2 सितंबर को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई है। बैठक में उत्तर भारतीय समाज में पिछड़े वर्गों के विभिन्न समस्याओ पर चर्चा होगी।