मुंबई। महाराष्ट्र में बारिश और भूस्खलन से 24 घंटे में अब तक करीब 112 लोगों की जान जा चुकी है। जबकि 99 लोग लापता हैं। राहत और पुनर्वास विभाग विभाग ने शनिवार को यह जानकारी दी। इस बीच वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कोंकण में बार-बार हो रही प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए कोंकण में अलग आपदा प्रबंधन केंद्र बनाने की मांग की है। जबकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रायगढ़ का दौरा कर हर प्रकार की मदद का आश्वासन दिया। राहत और पुनर्वास विभाग ने कहा, ”24 जुलाई रात 9:30 बजे तक 1.35 लाख लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाला गया है। 112 लोगों की जान जा चुकी है तो 3221 पशुओं की भी मौत हो चुकी है। 53 लोग घायल हुए हैं तो 99 अब भी लापता हैं।” राज्य सरकार के आकंड़ों के मुताबिक, अब तक करीब 1 लाख 35 हजार लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाला गया है।
कोंकण में अलग आपदा प्रबंधन केंद्र बने: वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कोंकण में बार-बार हो रही प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए कोंकण में अलग आपदा प्रबंधन केंद्र बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कोंकण की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए यह जरूरी है। विशेषत: बारिश के मौसम में अलग आपदा प्रबंधन केंद्र के साथ ही पर्याप्त संख्या में मानव संसाधन उपलब्ध कराना आवश्यक है।
लापता लोगों की तलाश जारी: सांगली जिले में कई इलाके पूरी तरह डूब चुके हैं। सड़कें और खेत सब जगह सिर्फ पानी ही पानी है। एनडीआरएफ ने कहा कि महाराष्ट्र के रत्नागिरी, रायगढ़ और सतारा जैसे जिलों में लापता लोगों की तलाश युद्ध स्तर पर की जा रही है। एनडीआरएफ ने बताया कि 26 टीमें मुंबई, ठाणे, रत्नागिरी, पालघर, रायगढ, सांगली, सिंधुदुर्ग नगर और कोल्हापुर में बचाव कार्य में जुटी है। कोलकाता और वडोदरा से 8 और टीमों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है।
नदियां उफान पर : राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार, रायगढ़, रत्नागिरी, सांगली, सतारा, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग और पुणे में अब तक 112 शव मलबे से निकाले गए जबकि 53 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। तलिये गांव के अलावा रायगढ़ जिले के पोलादपुर तालुका में सुतारवाड़ी में भूस्खलन से 5 की मौत और एक लापता है जबकि 15 लोग घायल हैं। मुंबई-गोवा महामार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गई हैं। पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे मंडल में भारी बारिश हो रही है और नदियां उफान पर हैं। अब तक 1,35,313 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें 40,882 लोग कोल्हापुर जिले से हैं। अधिकारियों ने बताया कि कोल्हापुर शहर के पास पंचगंगा नदी 2019 में आई बाढ़ के स्तर से भी ऊपर बह रही है। पुणे और कोल्हापुर के साथ ही मंडल में सांगली और सतारा जिले भी आते हैं। सांगली में 78000, सतारा में 5656, ठाणे में 6,930 और रायगढ़ जिले में 1000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है।
हर प्रकार की मदद का आश्वासन: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को रायगढ़ के तलिये गांव का दौरा किया। उन्होंने ग्रामीणों को सरकार की ओर से हर प्रकार की मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। वहीं, राज्य के आवास मंत्री जितेन्द्र आव्हाड ने कहा कि आवास और क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाडा) रायगढ़ जिले के तलिये गांव का पुनर्निर्माण करेगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने उन्हें यह जिम्मेदारी दी है।