ये कैसी है ठाकरे सरकार? हिंदी-मराठी को छोड़ महाराष्ट्र में बना रही उर्दू घर

ये कैसी है ठाकरे सरकार? हिंदी-मराठी को छोड़ महाराष्ट्र में बना रही उर्दू घर

file photo

मुंबई। भगवा झंडे वाली शिवसेना की सरकार महाराष्ट्र में मराठी-हिंदी को छोड़ कर एक धर्म विशेष की भाषा मानी जाने वाली उर्दु को बढ़ावा देने के लिए राज्य में पांच जगहों पर उर्दू घर बना रही है। जहां लोगों को उर्दू सिखाया जाएगा। ये उर्दू घर नांदेड, सोलापुर, मालेगांव, मुंबई व नागपुर में बनाए जा रहे हैं। राज्य के अल्पसंख्क विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि इससे मराठी और उर्दू भाषा के विद्वान, लेखकों के बीच विचारों का अदान-प्रदान हो सकेगा। यहां गैर उर्दूभाषी उर्दू भाषा सीख सकेंगे।
मलिक ने बताया कि नांदेड में उर्दू घर के लिए 8 करोड़ 16 लाख रुपए की निधि मंजूर की गई है। इसका निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। जल्द ही इसका लोकार्पण होगा। सोलापुर में उर्दू घर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसके लिए अब तक 6 करोड़ 82 लाख की निधि दी जा चुकी है। मालेगांव के उर्दू घर का काम पूरा हो चुका है। इसे शुरु करने की कार्यवाही चल रही है। मुंबई में उर्दू घर मुंबई विश्वविद्यालय के कालिना परिसर में बनाया जाएगा। इसको लेकर विश्वविद्यालय के पास प्रस्ताव भेजा गया है। मंत्री ने बताया कि नागपुर के इस्लामिक कल्चरल सेंटर इमारत में उर्दु घर विकसित किया जा रहा है। इसके लिए 50 लाख रुपए की निधि दी गई है। उस उर्दू घर का काम जल्द से जल्द पूरा करने की कार्यवाही चल रही है।
उर्दु घरों के पुस्तकालय में उर्दू, हिंदी, मराठी भाषा के समाचार पत्र व पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी। नई दिल्ली के नेशनल काउंसिल फॉर उर्दू लैग्वेज संस्था की तरफ से चलाए जाने वाले विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम की तर्ज पर उर्दू घर में भी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे। यहां गैर उर्दू भाषियों को उर्दू सिखाने के लिए क्लास चलाए जाएंगे।

Exit mobile version