भारत ने संयम दिखाया, लेकिन जवाब भी सटीक दिया। पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा (LoC) पर की गई भारी गोलीबारी और सैकड़ों ड्रोनों की मदद से घुसपैठ की कोशिश के बाद भारत ने दृढ़ता और मर्यादा दोनों का प्रदर्शन करते हुए जवाबी कार्रवाई की। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार (9 मई) को प्रेस ब्रीफिंग में इस पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी दी, जिसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पाकिस्तान ने नागरिक विमानों की आड़ में सैन्य कार्रवाई की।
ब्रीफिंग में सेना की वरिष्ठ अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि तंगधार, उरी और उधमपुर जैसे इलाकों में पाकिस्तान ने 36 स्थानों को निशाना बनाने की कोशिश की। हमले के लिए 300 से 400 ड्रोनों का इस्तेमाल हुआ, जिनमें कुछ तुर्की निर्मित थे। जवाब में भारतीय वायुसेना ने एक तेज़ और सफल काउंटर ऑपरेशन में पाकिस्तान की सर्विलांस रडार प्रणाली को ध्वस्त कर दिया।
कर्नल कुरैशी ने यह भी बताया कि हमले के दौरान पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस को बंद करने के बजाय कराची और लाहौर जैसे शहरों से यात्री विमानों को उड़ान भरने दिया, जिससे कई निर्दोष नागरिकों की जान खतरे में पड़ गई। यह न केवल अंतरराष्ट्रीय मानकों के खिलाफ है, बल्कि नागरिक उड्डयन के लिए गंभीर खतरा भी है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान की इस हरकत को “उकसावे वाली सैन्य रणनीति” करार दिया। उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान के हमलों का मकसद भारतीय रक्षा ढांचे की जानकारी एकत्र करना था, लेकिन हमारी सतर्कता और सटीक जवाब ने इस मंशा को विफल कर दिया।”
प्रेस ब्रीफिंग में भारत की कार्रवाई की खास बात यह रही कि जवाबी हमले में आम नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए विशेष सावधानी बरती गई। भारतीय सेना ने अंतरराष्ट्रीय सैन्य नैतिकता का पालन करते हुए सटीक हमले किए और नागरिक ढांचे को पूरी तरह सुरक्षित रखा।
तुर्की निर्मित ड्रोनों का इस्तेमाल इस हमले में एक नई चिंता के रूप में सामने आया है। यह पाकिस्तान की सैन्य रणनीति में तकनीकी हस्तक्षेपों की ओर इशारा करता है, जिसमें बाहरी देशों से मिली तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है। यह घटनाक्रम भविष्य में ड्रोन युद्धों के बढ़ते प्रभाव की चेतावनी भी है।
पाकिस्तान द्वारा नागरिक विमानों की आड़ में सैन्य हमला अंतरराष्ट्रीय मंच पर उसके खिलाफ गंभीर सवाल खड़े करेगा। भारत इस मुद्दे को वैश्विक मंचों पर उठाने की तैयारी में है, जिससे पाकिस्तान की कथित सैन्य रणनीति और उसकी असंवेदनशीलता उजागर हो सके।
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