मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में बरसात के मौसम से पहले जर्जर मकानों और अतिक्रमणों को गिराने का अभियान शुरू हो चुका है। शनिवार को वार्ड क्रमांक 55 के अंतर्गत छोटी ग्वालटोली इलाके में नगर निगम ने तीन खतरनाक मकानों को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई संभावित हादसों और जलनिकासी की समस्या को टालने के उद्देश्य से की जा रही है।
बारिश के मौसम में इंदौर सहित देश के कई शहरों में जर्जर मकानों के गिरने की घटनाएं सामने आती हैं, जिससे जान-माल का भारी नुकसान होता है। वहीं अतिक्रमणों के कारण जलभराव और सीवरेज जाम जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। नगर निगम ने इन स्थितियों को गंभीरता से लेते हुए पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है।
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि जिन मकानों को बरसात के समय खतरा माना जा रहा है, उन्हें चिन्हित किया गया है। इसी कड़ी में शनिवार (24 मई)सुबह छोटी ग्वालटोली इलाके में तीन इमारतों को गिराने की कार्रवाई की गई। जैसे ही नगर निगम का अमला कार्रवाई के लिए पहुंचा, मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। संभावित विरोध और किसी अनहोनी की आशंका के मद्देनजर पुलिस बल की तैनाती की गई थी, ताकि कार्रवाई शांतिपूर्वक संपन्न हो सके।
नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, सिर्फ इंदौर ही नहीं, बल्कि राज्य के अन्य शहरों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जा रही है। कई जगहों पर अवैध निर्माण और जर्जर मकानों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें मानसून से पहले ध्वस्त किया जाएगा। मकसद है लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और बरसात में आने वाली समस्याओं को पहले से टालना।
नगर निगम की अपील: शहरवासियों से अपील की गई है कि यदि उनके पास किसी जर्जर मकान या अवैध निर्माण की सूचना है तो वे इसे नगर निगम को सूचित करें, ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके।
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