सरकारी स्वामित्व वाली इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) ने सितंबर तिमाही (Q2 FY2025) में शानदार वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया है। कंपनी का शुद्ध लाभ (Net Profit) 41% बढ़कर ₹549 करोड़ पहुंच गया, जबकि राजस्व (Revenue) में 26% की वृद्धि के साथ यह ₹2,057 करोड़ पर पहुंचा।
आईआरईडीए ने पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि यानी जुलाई-सितंबर 2024 तिमाही में ₹388 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। कंपनी के अनुसार, इस वृद्धि का श्रेय मजबूत संचालन, रणनीतिक वित्तीय प्रबंधन और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में लगातार निवेश को जाता है।
कंपनी की लोन बुक 31% बढ़कर ₹84,477 करोड़ हो गई, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹64,564 करोड़ थी। वहीं, लोन स्वीकृतियां (Sanctions) में 145% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो ₹8,724 करोड़ से बढ़कर ₹21,408 करोड़ तक पहुंचीं। इसी प्रकार, डिस्बर्समेंट (Disbursement) यानी ऋण वितरण 81% बढ़कर ₹8,062 करोड़ पर पहुंच गया, जो एक साल पहले ₹4,462 करोड़ था।
सितंबर 2025 के अंत तक कंपनी की नेट वर्थ ₹12,920 करोड़ रही, जो एक साल पहले की तुलना में 38% अधिक है (FY2024 में ₹9,336 करोड़)। IREDA के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने कहा, “आईआरईडीए की लगातार बढ़त हमारे रणनीतिक फोकस और उत्कृष्ट निष्पादन क्षमता को दर्शाती है। लोन बुक का विस्तार और मजबूत वित्तीय परिणाम भारत की स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं को गति देने में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हैं।”
नव एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) के अधीन कार्यरत IREDA एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है, जो देशभर में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के वित्तपोषण पर केंद्रित है। कंपनी का यह प्रदर्शन भारत के ग्रीन एनर्जी मिशन को सशक्त बनाने की दिशा में एक और मजबूत कदम माना जा रहा है, जिससे आने वाले वर्षों में स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में निवेश और तेज़ी की उम्मीद है।
यह भी पढ़ें:
बिहार में एनडीए में बढ़ी तनातनी, नीतीश के ‘यू-टर्न’ के आसार तेज!
बिहार चुनाव 2025: ‘वोट कटवा’ की भूमिका में होंगे योगी के मंत्री!



