देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के सड़कों पर गड्ढों की वजह से आम लोगों की आलोचना झेल रही बीएमसी अब मजबूत और टिकाऊ सड़कें बनाने पर जोर दे रही है। मुंबई शहर में 505 सड़कों का काम चल रहा है, जिसके लिए बीएमसी 2210 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर रही है। गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बीएमसी तकनीकी सलाहकार समिति की मदद लेगी। बीएमसी रोड डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने कहा कि कोशिश हैं अगले दो साल में मुंबई की सभी सड़कें सीमेंटेड बन जाएं। इस परिपेक्ष्य में काम चल रहा है। कोशिश यह भी होगी कि जो सड़कें बनेंगी वह न तो जल्दी खराब हों और न ही उनमें गड्ढे हों। मुंबई में ऐसी सड़कें बनाने की कोशिश की जा रही हैं, जो अगले 25 साल तक टिकाऊ रहें। सड़कों के बनने के बाद मुंबईकरों का सफर आसान हो जाएगा।
बीएमसी ने 2022-2023 में 236.58 लंबी सड़कों को सीमेंटेड करने का लक्ष्य रखा है, इस वर्ष 400 किमी लंबी अन्य सड़कों का कार्य प्रस्तावित है, 2023-2024 में शेष 423.51 किलोमीटर लंबी सड़कों को भी सीमेंटेड करने का लक्ष्य बनाया जा रहा है। बता दें कि इन दो सालों में 2055 किलोमीटर लंबी सड़कें बिछी हैं साथ ही मुंबई में, 1000 किमी लंबी सड़कों को सीमेंटेड किया जा चुका है। इसके तहत ठेकेदारों को 10 साल तक सड़कों की देखरेख करनी होगी।
इन सभी सड़कों के बनने के बाद मुंबईकरों का सफर आसान हो जाएगा। इस वर्ष मुंबई में 400 किमी सड़कों में से मुंबई शहर में 50 किमी सड़कें, पूर्वी उपनगर में 75 किमी और पश्चिम उपनगर में 275 किमी लंबी सड़कों को सीमेंटेड किया जाएगा। इन सड़कों को बनाए रखने के लिए सड़क निर्माण की निगरानी के लिए एक गुणवत्ता नियंत्रण संगठन भी नियुक्त किया गया है।
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