यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया के लिए सोमवार (28 अप्रैल) का दिन राहत भरा रहा, जब सुप्रीम कोर्ट ने उनके पासपोर्ट को रिलीज़ करने का आदेश दिया। इलाहाबादिया के खिलाफ चल रही जांच पूरी हो चुकी है, और अब कोर्ट ने शर्तों के साथ उनका पासपोर्ट जारी करने का निर्णय लिया है। हालांकि, कोर्ट ने यह भी कहा कि जब भी आवश्यकता होगी, उन्हें पेश होना पड़ेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबादिया को महाराष्ट्र साइबर सेल से पासपोर्ट प्राप्त करने के लिए आवेदन करने की अनुमति दी है। यह आदेश ऐसे समय में आया है, जब 1 अप्रैल को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने उनके पासपोर्ट रिलीज़ की याचिका खारिज कर दी थी। उस समय रणवीर के वकील ने यह तर्क दिया था कि वह जांच में सहयोग कर रहे हैं और जहां भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा, वह वहां जाएंगे।
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर इलाहाबादिया को शालीनता और नैतिकता के मानकों को बनाए रखने की शर्त पर अपने पॉडकास्ट को फिर से शुरू करने की अनुमति दी थी। कोर्ट ने कहा था कि उन्हें भविष्य में ऐसी कोई गलती नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा, रणवीर को गिरफ्तारी से राहत देते हुए पॉडकास्ट करने की अनुमति भी दी गई थी।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए रणवीर इलाहाबादिया ने अपने प्रशंसकों को सूचित किया कि वह नए पॉडकास्ट के लिए तैयार हैं। उन्होंने अपने विवादित बयान के लिए माफी मांगी और यह भी कहा कि वह अब अधिक जिम्मेदारी के साथ कंटेंट तैयार करेंगे। उन्होंने प्रशंसकों से वादा किया कि वे “रणवीर शो” में एक नया रणवीर देखेंगे।
रणवीर ने बताया कि यह समय उनके लिए बहुत कठिन था, लेकिन दोस्तों और परिवार से मिले सकारात्मक संदेशों ने उन्हें संभाला। उन्होंने कहा, “जीवन के सबसे बुरे पलों में ही आपको एहसास होता है कि केवल सफलता ही आपके साथ नहीं होगी, आपको असफलता का भी सामना करना पड़ेगा।”
रणवीर ने यह भी कहा कि, “उनकी कठिनाईयों के बीच मिले समर्थन ने उनके और उनके परिवार का साहस बढ़ाया, और अब वह और अधिक जिम्मेदारी के साथ कंटेंट तैयार करेंगे।”
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