हाल ही में महाराष्ट्र आघाड़ी सरकार की ओर से सुपर मार्केट और किराना की दुकान में शराब बिक्री का निर्णय लिए जाने पर राज्य में ठाकरे सरकार का कड़ा विरोध हो रहा है। वहीं, भाजपा और राज्य की कई संगठनों ने सरकार की शराब नीति की जमकर आलोचना की जा रही है। साथ ही जगह-जगह आंदोलन भी किया गया। राज्य में महाराष्ट्र आघाडी सरकार में शामिल एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने सुपरा मार्केट किराना दुकान में शराब बिक्री को लेकर एक बड़ा बयान दिया है।
अपने गोविंदबाग़ निवास स्थान पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सुपर मार्केट ने शराब बिक्री के निर्णय का राज्य भर में विरोध किया जा रहा है। सुपर मार्केट में शराब बिक्री मामले को लेकर भाजपा सहित राज्य की कई समाजिक संगठनों के विरोध के सवाल पर एनसीपी सुप्रीमो ने कहा कि सुपर मार्केट ने शराब और अन्य वस्तुओं में अंतर समझ कर लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अंतर समझ नहीं पाने की स्थिति में वे सरकार का विरोध कर रहे हैं। उनके द्वारा सरकार के विरोध के सिवाय और कोई विषय नहीं है। मेरी समझ से यह कोई चिंता का विषय नहीं है।
पवार ने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य सरकार का दृष्टिकोण में कोई बदलाव नहीं किया जायेगा। राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा शराब और दारू में जमीन आसमान का अंतर है। सुपर मार्केट में शराब बिक्री की अनुमति देने के बाद राज्य सरकार का बड़े पैमाने पर विरोध किया जा रहा है। वही अजित पवार ने राज्य को भाजपा मद्यराष्ट्र बनाने का बीड़ा लेने का आरोप लगाया है।
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