महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के 18,000 से ज्यादा कर्मचारी काम पर लौट आए, जबकि अधिकांश ने 31वें दिन भी हड़ताल जारी रखी।गौरतलब है कि, कर्मचारी नकदी संकट का सामना कर रहे निगम का विलय राज्य सरकार में करने की मांग कर रहे हैं, जिसकी वजह से पिछले एक महीने से सरकारी बसों का परिचालन ठप है।
एमएसआरटीसी के प्रवक्ता के अनुसार, 92,266 कर्मचारियों में से 18,090 शनिवार को ड्यूटी पर लौट आए, जिनमें 2,130 चालक हैं और 2,112 परिचालक हैं। रायगढ़ जिले के मानगांव जैसे कुछ डीपो में सभी कर्मचारी ड्यूटी पर लौट आए हैं। उन्होंने बताया कि कोल्हापुर डिपो और सांगली समेत संभागों में बस सेव पूर्ण क्षमता के साथ बहाल हो गई। शनिवार अपराह्न दो बजे तक एमएसआरटीसी ने 410 बसों का परिचालन किया।
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का नया वेरिएंट मिलने से महाराष्ट्र सरकार सतर्क