एकनाथ खडसे का बड़ा ऐलान; राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज​! ​

एकनाथ खडसे का बड़ा ऐलान; राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज​! ​

Eknath Khadse's big announcement before joining BJP; Discussions intensify in political circles!

विधायक एकनाथ खडसे अभी तक भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन उससे पहले उन्होंने एक बड़ा ऐलान किया है| ऐसा नहीं है कि मैं अब कोई चुनाव नहीं लड़ूंगा, लेकिन मैं चुनाव लड़ने का इच्छुक नहीं हूं| एकनाथ खडसे ने साफ किया है कि मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता| इसलिए चर्चा शुरू हो गई है कि एकनाथ खडसे चुनावी राजनीति से दूर रहेंगे| चर्चा थी कि भाजपा में शामिल होने के बाद एकनाथ खडसे राज्यपाल बनेंगे| इस पृष्ठभूमि में खडसे के इस बयान को काफी महत्व मिल गया है|

एकनाथ खडसे ने अपनी बेटी रोहिणी खडसे के राजनीतिक भविष्य पर भी टिप्पणी की| मेरी बेटी की शादी हो चुकी है, लेकिन वह रोहिणी खडसे का नाम लेती हैं| यह सही है। यह उसका अधिकार है, लेकिन फिलहाल वह दूसरी पार्टी में काम कर रही हैं| इसलिए उन्हें अपना राजनीतिक भविष्य तय करने का अधिकार है, लेकिन मैं भाजपा के साथ हैं और अपने बहू के लिए प्रचार कर रहा हूँ|

भाजपा ने पहले से ही बनाई है योजना रावेर लोकसभा के लिए भाजपा ने पहले से ही योजना बना ली है| अब मैं भी विधानसभा क्षेत्र से जीत गया हूं|’ अब रक्षा ताई के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। मैं निर्वाचन क्षेत्र को अच्छी तरह से जानता हूं। जब मैं भाजपा में था तो इस क्षेत्र का चुनाव मेरे नेतृत्व में लड़ा जाता था। मैं इस निर्वाचन क्षेत्र में हर किसी को नाम से जानता हूं। मैं यहां के जातीय समीकरण को जानता हूं| एकनाथ खडसे ने कहा, इससे रक्षा खडसे को फायदा होगा।

भाजपा में हमारी कोई दुश्मनी नहीं थी| मतभेद थे| हर कोई हर किसी से सहमत नहीं होता| पुराने और नये के बीच विवाद हो सकता है। लेकिन किसी से कोई दुश्मनी नहीं है| मेरी निराशा खत्म हो गई है|अब हम अनुकूलन करते हैं। मैंने खुद बीजेपी में वापस आने का फैसला किया|’ वरिष्ठों से प्रवेश की अनुमति मिल गई है। विनोद तावड़े और जेपी नड्डा ने भी सहमति जताई है| लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि प्रवेश क्यों रोका गया|

इस्तीफा मांगने का अधिकार नहीं: शरद पवार ने मेरी बहुत मदद की| अब भी मैं विधान परिषद का विधायक हूं| शरद पवार ने साफ कर दिया है कि वह मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं करेंगे| यानी मैं विधायक बनूंगा| इसलिए दोबारा चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता| पवार ने विधायक के तौर पर मुझसे इस्तीफा नहीं मांगा| उन्होंने यह भी कहा, इसलिए दूसरों को मेरा इस्तीफा मांगने का कोई अधिकार नहीं है।

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