यूपी का पूर्वांचल बना 2024 की अग्नि परीक्षा, 13 सीटों पर किसकी होगी मजबूत दावेदारी ?

यूपी का पूर्वांचल बना 2024 की अग्नि परीक्षा, 13 सीटों पर किसकी होगी मजबूत दावेदारी ?

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सात चरण वाले लोकसभा चुनाव के छठां चरण संपन्न हो गया है|सातवें और अंतिम चरण के चुनाव को लेकर सभी पार्टियां एड़ी-चोटी का जोर लगाती दिखाई दे रही है|उत्तर प्रदेश के आखिरी और अंतिम चरण के चुनाव में कुल 13 सीटों पर मतदान होना है|पूर्वांचल के इस आखिरी चरण में पार्टी और उनके उम्मीदवारों की अग्नि परीक्षा के रूप में देखा जा रहा है|

अंतिम चरण के इस चुनाव में पीएम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगीआदित्य नाथ की संसदीय सीट गोरखपुर में भी वोटिंग होनी है| यूपी के इस आखिरी और निर्णायक चरण में किसकी बढ़त मिलती और दिल्ली का रास्ता किसके लिए मजबूत आधार भूत बनता है| बता दें कि सातवें व आखिरी चरण के चुनाव में वाराणसी, गोरखपुर, मिर्जापुर, चंदौली, घोसी, गाजीपुर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, सलेमपुर, बलिया और रॉबर्ट्सगंज सीट पर चुनाव है| ये सभी सीटें पूर्वांचल संसदीय क्षेत्र में आती हैं| वर्ष 2019 में इन 13 सीटों में से भाजपा ने 9 सीटें जीती थी |

भाजपा सातवें चरण में सहयोगी दलों के जातीय वोट एनडीए प्रत्याशियों को ट्रांसफर कराकर भाजपा इस चरण में बढ़त लेना चाहती है। ऐसे में सहयोगी अपना दल (एस), सुभासपा और निषाद पार्टी के नेताओं का असल इम्तिहान होने जा रहा है। इस चरण की सीटों पर भाजपा और सहयोगियों द्वारा पूरी ताकत झोंकने का कारण इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी बने हुए हैं।  कुर्मी, निषाद, राजभर तथा ओबीसी की अन्य जातियों में कई सीटों पर मतों का बिखराव होने के आसार बन गए हैं।

बात दें कि पूर्वांचल में पीएम मोदी की संसदीय सीट वाराणसी के बाद गोरखपुर लोकसभा सीट पर सबकी निगाहें टिकी हुई है| इस सीट पर लगभग 30 वर्षों से भाजपा का एकछत्र राज रहा है| इस सीट पर 1989 से लेकर 2018 तक गोरखनाथ पीठ कब्जा रहा है, जिसमें सीएम योगी पांच बार सांसद रहे हैं| उनके सीएम बनने के बाद सपा ने गोरखपुर सीट जीतने में सफल रही, लेकिन 2019 में भोजपुर अभिनेता रवि किशन शुक्ला सांसद चुने गए और भाजपा ने इस बार भी उन्हीं को मैदान में उतारा है| सपा से काजल निषाद चुनावी मैदान में है|

अपना दल (एस) प्रमुख अनुप्रिया पटेल की अगुवाई वाले की पकड़ पूर्वांचल में अपनी कुर्मी जाति में अच्छी पकड़ के लिए जानी जाती है। इस चरण की महाराजगंज, मिर्जापुर, वाराणसी, राबर्ट्सगंज तथा कुशीनगर सीट पर इस बिरादरी की तादाद अच्छी है। मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज सीट पर अपना दल (एस) चुनाव मैदान में है। मिर्जापुर से अनुप्रिया पटेल स्वयं चुनाव मैदान में हैं। वहीं राबर्ट्सगंज से उन्होंने सांसद पकौड़ी लाल कोल की बहू रिंकी कोल को मैदान में उतारा है।

घोसी लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है| एनडीए गठबंधन की ओर सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने अपने बेटे अरविंद राजभर को चुनावी मैदान में उतारा है| वही बसपा ने भी बालकृष्ण चौहान उम्मीदवार बनाया है| वही सपा ने राजीव राय को चुनाव मैदान में उतारा गया है|जातीय समीकरण को देखते हुए इस सीट पर कांटे का टक्कर देखने को मिलने वाला है| 

गौरतलब है कि ‘इंडिया’ गठबंधन ने पिछड़ों और दलितों के मतदाताओं की निर्णायक भूमिका को देखते हुए दांव खेला है| इस चरण में पांच सीटें यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर के आसपास की हैं तो चार सीटें पीएम मोदी के चुनाव वाराणसी क्षेत्र के सटी हुई हैं| ऐसे में देखना है कि यूपी के फाइनल चरण में एनडीए और ‘इंडिया’ गठबंधन कौन बाजी मरता है|

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