27 C
Mumbai
Monday, October 14, 2024
होमक्राईमनामा26/11 Mumbai Attack Case: अमेरिकी अदालत का फैसला; आरोपी तहव्वूर राणा जल्द...

26/11 Mumbai Attack Case: अमेरिकी अदालत का फैसला; आरोपी तहव्वूर राणा जल्द भारत की हिरासत में!

शिकागो की एक अदालत ने उनके खिलाफ मुंबई पर हमले की साजिश समेत तीन आरोप दायर किये थे| कोरोना काल में सात साल की सजा काटने के बाद राणा को जेल से रिहा किया गया था| तभी से भारत की ओर से उनकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही थी|

Google News Follow

Related

पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर आतंकी हमला किया था| इस हमले के आरोपी और पाकिस्तान के कारोबारी तहव्वुर हुसैन राणा के प्रत्यर्पण को लेकर अमेरिकी अदालत ने अनुकूल फैसला सुनाया है| कहा जा रहा है कि तहव्वुर राणा को अब अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा| नौवीं सर्किट के लिए अमेरिकी अपील न्यायालय ने कहा है कि तहव्वुर राणा को प्रत्यर्पण संधि के अनुसार भारत को सौंपा जा सकता है।

तहव्वुर राणा फिलहाल लॉस एंजिल्स की जेल में है। राणा पर मुंबई आतंकी हमले के मुख्य आरोपी लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी डेविड हेडली के साथ संबंध रखने का आरोप है।

भारत पर हमला जायज, राणा का कबूलनामा: जज मिलन स्मिथ ने कहा, तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है, भारत ने इसके लिए पर्याप्त सबूत मुहैया कराए हैं| सुनवाई के दौरान राणा ने ये भी माना कि ‘मुंबई पर हुआ आतंकी हमला जायज़ था|’ स्मिथ ने कहा|

राणा का जन्म और शिक्षा पाकिस्तान में हुई। कुछ समय तक पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर के रूप में काम करने के बाद, वह 1997 में कनाडा चले गए। उन्होंने आप्रवासन सेवाओं में एक विशेषज्ञ के रूप में काम किया और अंततः कनाडाई नागरिकता प्राप्त की। 2009 में डेनिश अखबार में पैगंबर मुहम्मद की तस्वीर प्रकाशित होने के बाद राणा ने अखबार के कार्यालय को उड़ाने की योजना बनाई थी। इस मामले में शिकागो की एक अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया था।

शिकागो की एक अदालत ने उनके खिलाफ मुंबई पर हमले की साजिश समेत तीन आरोप दायर किये थे| कोरोना काल में सात साल की सजा काटने के बाद राणा को जेल से रिहा किया गया था| तभी से भारत की ओर से उनकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही थी|

26/11 हमलों से राणा का संबंध: अपनी गिरफ्तारी के बाद, तहव्वुर राणा ने स्वीकार किया कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) एक आतंकवादी संगठन है और उसके बचपन के दोस्त डेविड हेडली ने पाकिस्तान में उनके प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया था। अमेरिकी दस्तावेजों के मुताबिक, 2005 के अंत में हेडली को लश्कर से भारत की यात्रा करने और वहां निगरानी करने के निर्देश मिले थे।

2006 की शुरुआत में, हेडली ने लश्कर के दो सदस्यों के साथ मुंबई में एक आव्रजन कार्यालय खोलने पर चर्चा की। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि हेडली ने राणा को इसकी जानकारी दी और राणा के प्रथम विश्व आव्रजन सेवा कार्यालय का उपयोग करने का फैसला किया।

यह भी पढ़ें-

Kolkata Doctor Murder :”हम अभी भी 2012 में हैं”, कोलकाता मामले पर भड़कीं निर्भया की मां!

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,351फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
182,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें