महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई निश्चित साक्ष्यों के आधार पर प्रतीत हो रही है । फडणवीस ने सोमवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) एक राष्ट्रीय जांच एजेंसी है। एजेंसी ने दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर ही राउत के खिलाफ कार्रवाई की होगी। मैं इस पर आगे कोई टिप्पणी नहीं करूंगा । उनकी गिरफ्तारी और इससे जुड़े अन्य मसलों पर अदालत में चर्चा होगी ।’’
राउत को मुंबई के एक ‘चाल’ के जीर्णोंद्धार में कथित अनियमितता से जुड़े धन शोधन से संबंधित एक मामले में पूछताछ के बाद रविवार की आधी रात को गिरफ्तार किया गया था । अधिकारियों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने राउत के आवास पर छापेमारी की थी जिसके बाद वहां से करीब 11.5 लाख रुपये नकद बरामद किये गये । राउत ने हालांकि, अपने खिलाफ लगाये गये आरोपों से इंकार कर दिया है । उन्होंने इन आरोपों को फर्जी और राजनीति से प्रेरित करार दिया है। समीक्षा बैठक के बारे में बातचीत करते हुये फडणवीस ने कहा कि राज्य में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के सुचारू कार्यान्वयन के मुद्दों पर चर्चा की गई और चुनौतियों का समाधान किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें लगता है कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण इलाकों में सफलतापूर्वक 76 फीसदी लागू हो चुकी है, लेकिन शहरी इलाकों में यह आंकड़ा केवल 12 प्रतिशत है । इसका मतलब यह हुआ कि शहरी गरीब को योजना से वंचित रखा गया है ।
तो शिवसेना कार्यकर्ताओं को खुशी होती: उद्धव ठाकरे के संजय राउत के घर जाने को लेकर सोमवार को शिवसेना शिंदे गुट के प्रवक्ता दिपक केसरकर ने कहा कि यदि वह प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई का सामना कर रहे शिवसेना नेताओं प्रताप सरनाइक व यशवंत जाधव के घर भी जाते, तो पार्टी के कार्यकर्ताओं को खुशी होती। ठाकरे ने आज दिन में, धनशोधन मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए राउत के मुंबई में स्थित घर जाकर परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। केरसर ने कहा कि ‘यदि उद्धव ठाकरे ईडी की कार्रवाई का सामना कर रहे (ठाणे से शिवसेना के बागी विधायक) प्रताप सरनाइक और (मुंबई नगर निकाय की स्थायी समिति के पूर्व प्रमुख) यशवंत जाधव को भी समय देते, तो हमें खुशी होती।”
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