मुंबई में मानसून की पहली बारिश के बाद जलभराव पर आदित्य ठाकरे द्वारा की गई आलोचना पर भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आदित्य ठाकरे के ट्वीट को “बचकानी और गैर-जिम्मेदाराना” बताया।
उन्होंने कहा कि हिंदमाता जैसे इलाकों में वर्षों से जलभराव की समस्या है, लेकिन बीते 25 वर्षों के दौरान शिवसेना ने सत्ता में रहते हुए इसे दूर करने के लिए न तो ब्रिमस्टोवॅड परियोजना को पूरा किया और न ही एसटीपी प्लांट लगाए।
भातखलकर ने आगे कहा कि वर्तमान में राज्य सरकार और महानगरपालिका मिलकर सड़कों के सीमेंटकरण और जलनिकासी से जुड़ी अन्य योजनाओं पर काम कर रही है।
इस तरह के ट्वीट कर झूठी जानकारी फैलाने से मुंबई की जनता गुमराह नहीं होगी। उन्होंने कहा कि आज अचानक बारिश और समुद्र में ज्वार के कारण जलभराव हुआ है, लेकिन आने वाले समय में ब्रिमस्टोवॅड प्रोजेक्ट पूरा कर मुंबई को आगे ले जाने की दिशा में हम प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने आदित्य ठाकरे पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि समुद्री ज्वार और बारिश एक साथ होने की स्थिति में पंप किए गए पानी का समुद्र से वापस लौट आना एक सामान्य प्रक्रिया है। इसी को रोकने के लिए ब्रिमस्टोवॅड परियोजना के ज़रिए अधिक क्षमता के पंप लगाकर पानी को गहराई में भेजने का काम चल रहा है।
भातखलकर ने विश्वास जताया कि आने वाले एक से डेढ़ साल में मुंबई के निचले इलाकों में जलभराव की समस्या समाप्त हो जाएगी और इसके लिए पिछले ढाई वर्षों में बड़े पैमाने पर काम हुआ है।
दूसरी ओर, आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर कहा था कि बीते तीन वर्षों से बीएमसी पर नियंत्रण रखने वाली भाजपा सरकार की लापरवाही के कारण आज मुंबई जलमग्न हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जहां पहले कभी पानी नहीं भरता था, अब वहां भी जलभराव देखने को मिल रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि 2021-22 में हिंदमाता को जलभराव से मुक्त किया गया था, लेकिन इस बार समय पर पंपिंग शुरू न होने से पानी भर गया। उन्होंने सवाल उठाया, “भाजपा को आखिर मुंबई से इतनी नफरत क्यों है?”
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