बता दें कि सोमवार को पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित के निर्देश पर सभी थानों में ऑर्केस्ट्रा संचालकों और महिला नर्तकियों के साथ बैठक की गई। सभी से बांड (वादा) लिया गया कि वे दोबारा ऐसा आयोजन नहीं करेंगे। उन्हें स्पष्ट रूप से बताया गया कि अब कोई ऑर्केस्ट्रा कार्यक्रम नहीं होने दिया जाएगा। कार्यक्रम करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
पुलिस का कहना है कि ऑर्केस्ट्रा कार्यक्रमों में अश्लील गीत, आपत्तिजनक डांस, और हर्ष फायरिंग आम हो गई थी। इससे समाज में बिगड़ती सामाजिक मर्यादाएं और कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो रही थी। शराब, झगड़े और हथियारों का प्रदर्शन भी इन आयोजनों में देखा गया।
साधु चौक के पास एक शादी समारोह में ऑर्केस्ट्रा के दौरान झगड़ा हो गया। ऑर्केस्ट्रा से जुड़े युवकों ने दूल्हे का अपहरण कर लिया, जिससे पूरे जिले में सनसनी फैल गई। भोजपुरी की प्रसिद्ध डांसर माही मनीषा और उनके बॉडीगार्ड पर हमला हुआ।
हालांकि यह फैसला गोपालगंज जिले तक सीमित है, लेकिन पूरे बिहार में इसकी चर्चा हो रही है। पुलिस का यह निर्णय अनुशासन और सामाजिक मर्यादा बनाए रखने के लिए उठाया गया कड़ा कदम माना जा रहा है।
गोपालगंज पुलिस का ऑर्केस्ट्रा पर प्रतिबंध समाज में बढ़ती अश्लीलता, अपराध और अराजकता को रोकने की दिशा में एक अहम प्रयास है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अन्य जिलों में भी इसी तरह की सख्ती होती है या नहीं।
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