तेलगु देशम पार्टी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। यह गिरफ्तारी सुबह तड़के हुई। उन पर भ्रष्टाचार के एक मामले में सीआईडी ( CID) जांच कर रही है। चंद्रबाबू नायडू पर यह मामला 2021 में दर्ज किया गया था। चंद्रबाबू नायडू को आंध्र प्रदेश स्टेट स्किल डेवलपमेंट में हुए भ्रष्टाचार मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही चंद्रबाबू नायडू ने अपनी गिरफ्तारी की आशंका जाहिर की थी।
दरअसल, 2016 में तेलगु देशम पार्टी (TDP) ने अपने सरकार के कार्यकाल में बेरोजगार युवाओं को रोजगार की क्षमता बढ़ाने के लिए कौशल प्रक्षिशण करने की शुरुआत की थी। जिसके लिए सरकार ने एपीएसएसडीसी की स्थापना की थी। इस मामले में आंध्र प्रदेश (AP) की सीआईडी ने केस दर्ज किया था। इसके आधार पर प्रवर्तन निदेशालय यानी की ईडी भी इस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में मेसर्स डीटीएसपीएल,इसके निदेशक और अन्य ने शेल कंपनियों की सहायता से बड़े पैमाने पर लेन देन किया गया है और सरकारी धन का दुरूपयोग किया गया। आरोप है कि फर्जीवाड़ा कर 370 करोड़ रुपये की राशि गबन कर दी गई।
बताया जा रहा है कि चंद्रबाबू नायडू को पुलिस और सीआईडी ने सुबह 3 बजे ही गिरफ्तार करने पहुंच गई थी। लेकिन उनके विशेष सुरक्षा बलों ने ऐसा करने से रोक दिया था। उनका कहना था की नियम के अनुसार सुबह 5. 30 से पहले चंद्रबाबू नायडू के पास जाने नहीं देंगे। कहा जा रहा है की उस समय नायडू सो रहे थे। नायडू को नांदयाल में गिरफ्तार किया गया। जहां वे अपने कैंप में सो रहे थे। इसके बाद सुबह छह बजे पुलिस और सीआईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया। इसके अलावा उनके बेटे नारा लोकेश को भी गिरफ्तार किया गया है।
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