उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद की आरोपी पत्नी शाइस्ता परवीन को बड़ा झटका लगा है। उसका मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की बैनर तले मेयर बनना अब मुश्किल हो गया है। बताया जा रहा है की बहुजन समाज पार्टी अब शाइस्ता की जगह किसी और को मेयर चुनाव में उम्मीदवार बनाकर उतार सकती है। जबकि इससे पहले मायावती ने शाइस्ता को प्रयागराज से मेयर उम्मीदवार घोषित किया था। शाइस्ता ने तैयारी भी शुरू कर दी थी।
गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद का पूरा कुनबा आरोपी है। दो दिन पहले ही अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था। जहां उसे अदालत में पेश किया गया था। सुनवाई के दौरान अतीक अहमद समेत तीन दोषियों को उमेश पाल अपहरण केस में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। जबकि उमेश पाल हत्या मामले में उसका छोटा भाई अशरफ, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन और उसक बेटा असद आरोपी हैं। इस केस में शाइस्ता और उसका बेटा अशरफ फरार हैं। हालांकि, कई स्थानों पर यूपी पुलिस लगातार दबिश दे रही है। लेकिन आरोपियों का पता नहीं चल पा रहा है।
इसी बीच गुरुवार को चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव का ऐलान कर दिया। जिसके बाद सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियां शुरू कर दी। अतीक अहमद को पता चल गया है कि अब वह जेल से बाहर नहीं आ पाएगा। इसलिए उसने अपनी पत्नी शाइस्ता को राजनीति में उतार दिया था और मायावती की बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता दिला दी थी। बताया जा रहा है कि अतीक की पत्नी शाइस्ता पहले से ही ओवैसी की पार्टी की सदस्यता ले रखी थी। लेकिन उसने ओवैसी की पार्टी से निकालकर बहुजन समाज पार्टी की मेंबरशिप दिला दी थी। जिसके बाद मायावती ने प्रयागराज से शाइस्ता को मेयर पद के चुनाव के लिए उसे उम्मीदवार भी बनाया था।
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