अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को हो रहा है| मंदिर के उद्घाटन के लिए देश तो तैयार ही है साथ यह उत्साह विदेशों में भी दिख रहा है| राम मंदिर प्रतिष्ठापना कार्यक्रम को देखते हुए देश के कुछ राज्यों ने छुट्टी की घोषणा कर दी है| तो अब मॉरीशस सरकार ने इस कार्यक्रम के लिए बड़ा फैसला लिया है| मॉरीशस सरकार ने 22 जनवरी को हिंदू अधिकारियों के लिए दो घंटे की विशेष छुट्टी की घोषणा की है। ताकि हिंदू अधिकारी इस समारोह को देख सकें| यह घोषणा मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ की अध्यक्षता में मॉरीशस कैबिनेट द्वारा की गई थी।
रामलला की मूर्ति की स्थापना 22 जनवरी को: अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति की स्थापना करेंगे| मंदिर के उद्घाटन समारोह के लिए कई गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है। यह महोत्सव 16 जनवरी से शुरू होगा| यह समारोह सात दिनों तक चलेगा| श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 22 जनवरी की दोपहर को राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा करने का निर्णय लिया है।
हिंदुओं के लिए दो घंटे की विशेष छुट्टी: यह हिंदुओं के लिए एक ऐतिहासिक घटना है, क्योंकि यह भगवान राम की वापसी का प्रतीक है। ऐसे मामलों में मॉरीशस सरकार के हिंदू अधिकारी और कर्मचारी उस दिन 2 घंटे के विशेष अवकाश पर रहेंगे। प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने कहा कि यह भावनाओं और परंपराओं का सम्मान करने का एक छोटा सा प्रयास है|
मॉरीशस में 48.5 प्रतिशत हिंदू: मॉरीशस में हिंदू धर्म सबसे बड़ा धर्म है। यहां की करीब 48.5 फीसदी आबादी हिंदू है|यह अफ्रीका का एकमात्र देश है, जहां इतनी बड़ी संख्या में हिंदू रहते हैं। वैश्विक स्तर पर मॉरीशस हिंदू आबादी के मामले में भारत और नेपाल के बाद दूसरे स्थान पर है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में किसे आमंत्रित किया गया है?: राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए देश के सभी गणमान्य लोगों को निमंत्रण पत्र भी भेजा गया है। इस भव्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 6000 से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इस दिन को भारत में एक बड़े त्योहार की तरह मनाया जाएगा|
अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए भेजे गए निमंत्रण पत्र में कई बातों का जिक्र है|इस पत्र में कहा गया है कि आपको सुबह 11 बजे मंदिर स्थल में प्रवेश करना होगा|कितने घंटे चलेगा आयोजन? आयोजन में कौन सी वस्तुएँ लाना अवैध है? ये सारी बातें निमंत्रण पत्र में लिखी हुई हैं|साथ ही कहा गया है कि 15 जनवरी से 24 जनवरी तक विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा|बताया गया है कि इस प्राणप्रतिष्ठा समारोह में विभिन्न संप्रदायों के संत भी मौजूद रहेंगे|
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