पिछले कुछ दिनों से चल रहे छात्र आंदोलन के बेहद गर्म होने के बाद शेख हसीना ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भाग गईं|इससे बांग्लादेश में उनके 15 साल के शासन का अचानक अंत हो गया है और सेना प्रमुख ने जल्द ही कार्यवाहक सरकार के गठन की घोषणा की है। शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद, आंदोलनकारियों ने ढाका की ओर मार्च किया और प्रधानमंत्री के आवास पर हमला किया।
शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मंगलवार को बांग्लादेश की संसद भंग कर दी गई| रॉयटर्स ने इस बारे में खबर दी है|इस बीच, नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस अपने सुबह के फेसबुक वीडियो में उल्लिखित नेताओं की मांगों के अनुरूप जल्द ही बनने वाली अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार बनने के लिए सहमत हुए थे। बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वक़र-उज़-ज़मान ने कल कार्यभार संभाला। सेना के एक बयान में कहा गया है कि वह आज आंदोलनकारियों से मुलाकात करेंगे।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे से बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गई है, जो अब भारत की शरण में आ गयी है| भारत उनके मामले में जल्द ही फैसला लेगा| उसके लिए आज विदेश मंत्री एस.जय शंकर ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है| बांग्लादेश में मचे बवाल पर भारत वेट एंड वाच की भूमिका में दिखाई दे रहा है|
पूर्वी रेलवे ने कहा कि भारत से बांग्लादेश के बीच कोलकाता-ढाका-कोलकाता के बीच चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस बुधवार को भी बंद रहेगी। बांग्लादेश रेलवे के एक संदेश का हवाला देते हुए, ईआर ने मंगलवार को कहा कि मैत्री एक्सप्रेस सेवा 19 जुलाई से सेवा से बाहर है, सेवा बुधवार को फिर से शुरू नहीं होगी। पाक्षिक कोलकाता-खुलना-कोलकाता बंधन एक्सप्रेस को भी 21 जुलाई से निलंबित कर दिया गया है।
बांग्लादेश में 19 हजार भारतीय नागरिक- विदेश मंत्री: बांग्लादेश में 19 हजार भारतीय हैं और इनमें से 9 हजार छात्र हैं भारतीय सीमा रक्षकों को बांग्लादेश के हालात को लेकर सतर्क रहने को कहा गया है राज्यसभा में एस. जयशंकर ने शेख हसीना के भारत आने की प्रक्रिया बताई| उन्होंने कहा कि 5 अगस्त को कर्फ्यू के बावजूद प्रदर्शनकारी ढाका में जमा हो गए| सुरक्षा प्रतिष्ठान के नेताओं के साथ बैठक के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा देने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने भारत आने का अनुरोध किया|साथ ही, बांग्लादेश अधिकारियों से उड़ान मंजूरी के लिए एक अनुरोध प्राप्त हुआ था। तदनुसार, वह कल (5 अगस्त) शाम दिल्ली पहुंचीं|
बांग्लादेश में 19 हजार भारतीय नागरिक- विदेश मंत्री: बांग्लादेश में 19 हजार भारतीय हैं और इनमें से 9 हजार छात्र हैं भारतीय सीमा रक्षकों को बांग्लादेश के हालात को लेकर सतर्क रहने को कहा गया है राज्यसभा में एस. जयशंकर ने शेख हसीना के भारत आने की प्रक्रिया बताई| उन्होंने कहा कि 5 अगस्त को कर्फ्यू के बावजूद प्रदर्शनकारी ढाका में जमा हो गए| सुरक्षा प्रतिष्ठान के नेताओं के साथ बैठक के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा देने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने भारत आने का अनुरोध किया|साथ ही, बांग्लादेश अधिकारियों से उड़ान मंजूरी के लिए एक अनुरोध प्राप्त हुआ था। तदनुसार, वह कल (5 अगस्त) शाम दिल्ली पहुंचीं|
बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गई है|प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दे दिया है और शरण के लिए भारत आ गई हैं| आरक्षण के मुद्दे पर बांग्लादेशियों के बीच स्थिति खराब होने के बाद ये घटनाक्रम हुआ। इसलिए भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने आशंका जताई है कि बांग्लादेश में रहने वाले करीब 1 करोड़ हिंदू शरणार्थी भारत आ जाएंगे|
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