समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी, जौहर ट्रस्ट और रामपुर पब्लिक स्कूल को नियम विरुद्ध ब्याज भुगतान करने का मामला सामने आया है। यह भुगतान जिला सहकारी बैंक द्वारा किया गया है। अब इस मामले में जिला सहकारी बैंक के उपमहाप्रबन्धक और सचिव फंस गए है। दो अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। दोनों अधिकारियों को लखनऊ मुख्यालय से अटैच किया गया है।
बताया जा रहा है कि जिला सहकारी बैंक की जौहर यूनिवर्सिटी शाखा ने, जौहर ट्रस्ट और जौहर यूनिवर्सिटी के खातों को बचत खाता मानते हुए 2022 में जौहर यूनिवर्सिटी को 17.58 लाख और जौहर ट्रस्ट को 2.18 लाख का ब्याज भगतां किया है। वहीं जिला सहकारी बैंक की डिग्री कॉलेज शाखा ने रामपुर पब्लिक स्कूल नाम से संचालित खाते को भी बचत खाता मानते हुए 3.67 लाख रुपये का ब्याज भुगतान किया है। इन तीनों खातों का संचालन आजम खान द्वारा किया जाता है। जबकि नियमानुसार इन तीनों संस्थाओं के खातों को न बचत खाता माना जा सकता है और उन्हें ब्याज भुगतान किया जा सकता है।
वहीं, बैंक में अन्य संस्थानों के भी खाते हैं जैसे सरस्वती शिशु मंदिर, सरस्वती विद्या मंदिर, आर्य समाज और जिला पंचायत के भी खाते हैं, लेकिन उन्हें ब्याज भुगतान नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि जब यह मामला प्रकाश में आया तो शहर विधायक आकाश सक्सेना ने इस मामले की जांच कराने की मांग की थी ,उन्होंने अपर मुख्य सचिव से इस मामले की जांच करने को कहा था। लेकिन बैंक के अधिकारियों ने रिजर्व बैंक के नियमों का हवाला देते हुए हीलाहवाली करते रहे और एक गलत रिपोर्ट बनाकर पेश कर दी।
जब इसकी जानकारी मिली तो शहर विधायक ने इस संबंध की शिकायत मुख्यमंत्री से की। इसके बाद जांच कमेटी बनाई गई और जांच में पाया गया कि ब्याजों का भुगतान नियम के खिलाफ किया गया है। जिसके बाद शासन ने जिला सहकारी बैंक रामपुर के सचिव उपेंद्र कुमार सारस्वत और उपमहाप्रबन्धक शकील अहमद निलंबित किया गया है।
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