अमित शाह ने कहा, हम दो-तीन लोगों से चर्चा कर रहे थे, निरुपम नानावटी कांग्रेस नेता हैं| उनकी पृष्ठभूमि कांग्रेस की है| फिर भी वे अपना केस क्यों लड़ेंगे? मेरा मन भी कह रहा था कि ये नहीं लड़ेगा| फिर भी मैंने कहा, पूछने में क्या बुराई है? मैंने अपने एक मित्र के माध्यम से उनसे बातचीत की। आश्चर्य की बात यह है कि वे मेरा केस लड़ने को तैयार हो गये। मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया और जीत हासिल हुई|
मुझे वह दिन आज भी याद है| मैं पांच मिनट पहले मंत्री था और अगले पांच मिनट में कैदी। यह मेरे लिए कठिन समय था| अब अपने बाल किसे दें? अमित शाह ने यह भी कहा कि जब इस पर चर्चा हुई तो निरुपम नानावटी का नाम सामने आया और उन्होंने मेरा केस अच्छे से लड़ा|अमित शाह ने कहा, ”हम दिल्ली के एक होटल में खाना खा रहे थे| फिर मैंने उनसे पूछा कि आपने मेरा केस कैसे लिया? इस पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में मेरे भी दोस्त हैं| मैं जानता हूं कि तुम्हें फंसाया गया है, इसलिए मैं तुम्हारा केस लड़ रहा हूं|
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