उन्होंने कहा कि राष्ट्र सर्वोपरि है। हमारा देश राजनीति से ऊपर है। उन्होंने राहुल गांधी के अमेरिका के सामने सरेंडर किए जाने वाले बयान पर कहा कि इसमें उनके भाव को देखा जाना चाहिए। यह आमजन के भाव हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 11 बार सीजफायर को लेकर अपनी बात कही है, लेकिन हमारे पीएम चुप हैं। इस पर अभी तक कुछ नहीं कहा। देश चाहता था कि पीओके भारत का होना चाहिए था।
उन्होंने आगे कहा कि महंगाई और बेरोजगारी भी ऐसे दुश्मन हैं जिनको भाजपा ने फैलाया है। भाजपा जब से सत्ता में आई है, तब से महंगाई बढ़ी है। यह सवाल है, लेकिन राष्ट्र सर्वोपरि है। जब राष्ट्र का लीडर देश की शान के खिलाफ कदम उठाता है और कोई दूसरा पक्ष सीजफायर की घोषणा करता है, तो दुख होता है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अमेरिका के दबाव में सीजफायर करने का आरोप लगा रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा है कि भाजपा और आरएसएस पर जरा सा दबाव पड़ता है और ये पीछे हट जाते हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक इशारा किया और सीजफायर हो गया।
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