प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में उन्होंने इस साल होने वाले चुनाव में फिर से एनडीए की दो तिहाई बहुमत से सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि एनडीए की सरकार में बिहार में बड़े बदलाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि बिहार विकसित राज्य बनेगा। चाहे मुख्यमंत्री हों, उपमुख्यमंत्री हों या मंत्री, किसी पर भ्रष्टाचार का कोई दाग नहीं है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष नफरत की राजनीति करता है, जबकि भाजपा सेवा और विकास की राजनीति करती है। हर कार्यकर्ता का फर्ज है कि वह हर घर तक पहुंचे और मोदी सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी दे। हमें लोगों को यकीन दिलाना है कि अगर कोई बिहार का खोया गौरव लौटा सकता है, तो वह भाजपा और एनडीए है।
राजनाथ सिंह ने कांग्रेस और राजद को निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस और राजद जैसी पार्टियों का एक ही उद्देश्य है, सत्ता में बने रहना। जबकि भाजपा का उद्देश्य भारत के हर नागरिक के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना है, ऐसी नीतियां बनाना है जिसमें समाज के हर वर्ग का विकास हो। सभी को आत्मसम्मान के साथ जीने का अधिकार मिले, यह भी हमारी सरकार ने किया है।
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राजद के अध्यक्ष लालू यादव के जननायक कर्पूरी ठाकुर और भीमराव अंबेडकर की तस्वीर के अपमान करने की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि लालू यादव ने मुख्यमंत्री रहते समय कर्पूरी जी की विरासत और मूल्यों दोनों को हाशिए पर डाल दिया। यहां तक कि न कोई स्मृति स्थल, न कोई ठोस योजना उनके नाम पर, न कोई विचारधारा का प्रचार।
उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि ऐसे लोगों के विचार नए रूप में आज भी हैं। अभी ऐसे विचारों का खतरा टला नहीं है। ऐसे में हमें सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें भारत और बिहार दोनों को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है।
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