दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने हिंदुत्व कार्ड खेलते हुए भारतीय नोट पर भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की तस्वीर लगाने की मांग की है। उन्होंने केंद्र से अपील करते हुए कहा कि भारतीय नोट पर भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की तस्वीर लगाई जानी चाहिए। नोट के एक तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर हो तो दूसरी ओर लक्ष्मी-गणेश’ की तस्वीर लगाई जानी चाहिए।
इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे हमारे देवी देवताओं का आशीर्वाद मिलेगा और देश की तरक्की होगी। अरविंद केजरीवाल यहीं नहीं रूके। उन्होंने इसके जरिये मुस्लिमों को भी लुभाने की कोशिश की। उन्होंने इंडोनेशिया का उदाहरण देते हुए मुस्लिम समुदाय को साधने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया की करेंसी पर गणेश की तस्वीर लगी हुई है।
अब इस बयान पर केजरीवाल की खूब आलोचना हो रही है। कभी उनके करीबी रहे कुमार विश्वास ने उन पर तंज कसा है। विश्वास ने केजरीवाल के लिए ध्रुत और बौना जैसे शब्द का इस्तेमाल कर उनकी आलोचना की है। जब अन्ना हजारे आंदोलन के साथ रहे प्रशांत भूषण ने भी केजरीवाल पर हमला बोला है।
कवि कुमार विश्वास से लेकर आप के पूर्व नेता आशुतोष और प्रशांत भूषण ने भी इस पर तंज कसा है। कुमार विश्वास ने तो उनके लिए ‘धूर्त, बौना और क्रांति के छीलन’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। कुमार विश्वास ने लिखा है कि’ दोनों बीजेपी और कांग्रेस सदी के सबसे बड़े धूर्त से फ़ालतू का तर्क कर रहे हैं। उसे पता है कि अल्पसंख्यक वोट बैंक में तो अखिलेश ममता नितीश जैसे आधा दर्जन लोग हिस्सेदार हैं।
82 फीसदी हिन्दू वोटबैंक से आधा भी फंसा लो तो बाकी अल्पसंख्यक दुत्कारने पर भी मोदी विरोध में मज़बूरी में वोट देंगे। इसके अलावा भी कुमार ने एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि ” मुझे उन पक्षकारों माफ़ करें पत्रकारों पर तरस जा रहा है। जो अंध मोदी विरोध में इस आत्ममुग्ध बौने को क्रांति की छीलन बताते नहीं थकते थे। वे बीट पत्रकार अब इस कालनेमि के पैंतरे को देखकर बीट कर रहे हैं। भई वो बाप ,बच्चों ,गुरु, यार और विचार का नहीं हुआ तो तुम कौन हो। ”
कभी आप नेता रहे अब पत्रकारिता में लौट चुके आशुतोष कुमार ने भी केजरीवाल पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा कि ‘वाह…अरविन्द केजरीवाल ने अर्थव्यवस्था का क्या मंत्र दिया है। ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए ऋषि सुनक के लिए महान विचार। नरेंद्र मोदी को तुरंत अपने सभी आर्थिक सलाहकारों को हटा देना चाहिए और उनकी सलाह पर चलिए भारत समृद्ध हो जाएगा। दूध दही की नदियां बहेंगी। राजनीति बदलने आये थे। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण ने कहा कि बीजेपी से आगे निकलने की यह होड़ है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘केजरीवाल को गिरते रूपये और भारतीय अर्थव्यवस्था का समाधन मिल गया है। यह हिंदुत्व की राजनीति में बीजेपी को पीछे छोड़ने की केवल कोशिश है।
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