Delhi Water Crisis: दिल्ली में जल संकट पर सियासी घमासान जारी, जनता त्राहि-त्राहि!

जन समस्याओं को दूर करने में नाकाम दिल्ली की 'आप' सरकार के खिलाफ धरना- प्रदर्शन किया जा रहा है| बता दें कि जल मंत्री आतिशी के अनिश्चितकालीन अनशन का आज दूसरा दिन है|  

Delhi Water Crisis: दिल्ली में जल संकट पर सियासी घमासान जारी, जनता त्राहि-त्राहि!

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राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी के कारण दिल्ली में पानी का संकट गहराता दिखाई दे रहा है| दिल्लीवासियों की पानी की गंभीर होती समस्या पर सियासत भी होनी शुरू हो गयी है| एक तरफ दिल्ली की आप नेता व जल मंत्री द्वारा अनिश्चितकालीन अनशन किया जा रहा है तो दूसरी ओर भाजपा की ओर से जन समस्याओं को दूर करने में नाकाम दिल्ली की ‘आप’ सरकार के खिलाफ धरना- प्रदर्शन किया जा रहा है| बता दें कि जल मंत्री आतिशी के अनिश्चितकालीन अनशन का आज दूसरा दिन है|  

देश की राजधानी में जल संकट पर सियासत गरमाती दिखाई दे रही है| दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में दिल्ली जल बोर्ड कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। जल मंत्री आतिशी के अनिश्चितकालीन अनशन तब तक जारी रहेगा, जब तक दिल्लीवासियों को समुचित पानी नहीं मिल जाता है|भाजपा सांसद संजय सिंह ने सत्ता पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जल संकट के पीछे भाजपा जिम्मेदार है| सिंह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस लड़ाई में उनका साथ दें।

दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने दावा करते हुए कहा कि एक मिलियन गैलन (एमजीडी) पानी से 28,500 लोगों को पानी मिलता है। यानी जब हरियाणा सरकार दिल्ली को 100 एमजीडी पानी नहीं देती है, तो दिल्ली के 28 लाख से ज्यादा लोगों का पानी रुक जाता है। यही कारण है कि दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची है।

दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने अनशन के दूसरे दिन दिल्लीवासियों को संदेश दिया है कि मैं अनशन पर तब तक बैठी रहूंगी जब तक हरियाणा सरकार दिल्ली को पानी नहीं देती है। मैं तब तक खाना नहीं खाऊंगी जब तक दिल्ली के 28 लाख लोगों को हरियाणा से पानी नहीं मिल जाता है। वही जल मंत्री ने हिमाचल प्रदेश की सरकार से कहा कि यदि उनके पास अतिरिक्त पानी है तो वो दिल्ली को दे दें। हिमाचल प्रदेश की सरकार पानी देने को तैयार भी हो गई, लेकिन हिमाचल प्रदेश का पानी भी हरियाणा से होकर आना था और हरियाणा सरकार ने उसके लिए भी मना कर दिया। 

बता दें कि देश की राजधानी कहे जाने वाली दिल्ली को पानी के लिए अपने पड़ोसी राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है| दिल्ली को रोजाना 1005 एमजीडी पानी मिलना चाहिए। इसमें से 613 एमजीडी पानी हरियाणा देता है, लेकिन पिछले दो हफ्ते से हरियाणा केवल 513 एमजीडी पानी ही दे रहा है। दिल्ली को अतिरिक्त पानी लेने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन हरियाणा सरकार ने नहीं दिया। वही दूसरी ओर पिछले दो दिनों से हरियाणा सरकार ने दिल्ली का 120 एमजीडी पानी रोक लिया है।  

गौरतलब है कि दिल्ली के आम आदमी पार्टी सरकार की जल मंत्री आतिशी ने ‘अनशन के बीच लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इसे लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चिट्ठी लिखी है और हरियाणा से पानी न मिलने के मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। इस भीषण गर्मी में हर किसी को पानी की जरूरत है। जब दिल्ली को पानी की अतिरिक्त जरूरत है, तब पानी की कमी हो गई है। 

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