शिवराज सिंह चौहान लंबे समय तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। लेकिन इस साल के चुनाव में भाजपा ने उन्हें किनारे कर दिया| शिवराज चौहान को अभी तक कोई पद नहीं दिया गया है|इस पर हाल ही में शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वह नकारे हुए मुख्यमंत्री नहीं हैं, जिसके बाद उनके बेटे कार्तिकेय चौहान का बड़ा बयान सामने आया है| कार्तिकेय जिले के भेरुंदा के कोसमी में आयोजित भारत संकल्प यात्रा में शामिल हुए| उस समय उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा था, ”आपसे किए गए वादों को पूरा करने के लिए अगर मुझे अपनी ही सरकार के खिलाफ भी जाना पड़े तो मैं इसके लिए तैयार हूं| ”
कार्तिकेय चौहान ने कहा, “मैं कोई नेता नहीं हूं। मैं राजनीति में आने के बारे में सोचता भी नहीं हूं, लेकिन मैं पापा के लिए आपकी राय लेने आया हूं| उस समय मैंने आपसे वादे किये थे, अगर वे पूरे नहीं हुए तो मैं अपनी ही सरकार के खिलाफ जाने को तैयार हूं, लेकिन ये ज़रूरी नहीं होगा, क्योंकि सरकार अपने वादे पूरे करने में सक्षम है|”
दो दिन पहले एक सभा को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि भले ही मैं मुख्यमंत्री पद पर नहीं हूं, लेकिन जनता से मुझे भरपूर प्यार मिल रहा है| मैं अब जनता से एक नकारे हुए मुख्यमंत्री के रूप में नहीं बल्कि एक पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में संवाद कर रहा हूं। कई बार लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने के बाद लोगों का गुस्सा झेलना पड़ता है और आलोचना के बाद मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ता है|
चौहान ने आगे कहा कि भले ही मैं मुख्यमंत्री पद से हट गया हूं, लेकिन सक्रिय राजनीति नहीं छोड़ी हूं| मैं लोगों की सेवा करना जारी रखूंगा, भले ही मैं अब किसी पद पर न रहूं।शिवराज चौहान लगातार चार बार मुख्यमंत्री पद पर रहे हैं। इस बार उन्हें पांचवीं बार मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा था, लेकिन भाजपा ने तीनों राज्यों में नए चेहरों को मुख्यमंत्री के तौर पर मौका दिया और मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री पद दिया गया| भाजपा ने 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटों पर जीत हासिल की थी|
कार्तिकेय चौहान ने विश्व भारत संकल्प यात्रा में बोलते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने सरकार वापस लाने की बहुत कोशिश की, जो किसी के लिए भी संभव नहीं था| बीस साल तक राज्य में सरकार रहने के बावजूद उसके बाद एक बार फिर भारी बहुमत से सरकार बनी| मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी चुनाव हुए, लेकिन वहां मौजूदा सरकार का तख्तापलट हो गया| सिर्फ मध्य प्रदेश ने ही अपनी सत्ता बरकरार रखी| कार्तिकेय ने कहा, इसका श्रेय मेरे पिता शिवराज सिंह चौहान को जाता है।