भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपनी आयरलैंड यात्रा की शुरुआत डबलिन के ऐतिहासिक जनरल पोस्ट ऑफिस संग्रहालय के दौरे से की। संग्रहालय में 1916 के ईस्टर विद्रोह से जुड़े प्रदर्शनों को देखने के बाद उन्होंने कहा, “यह विद्रोह उन सभी के लिए प्रेरणादायक है, जिन्होंने उपनिवेशवाद से मुक्ति के लिए संघर्ष किया। भारत और आयरलैंड के इतिहास में कई समानताएँ हैं, और यह हमें स्वतंत्रता की साझा भावना की याद दिलाता है।”
इसके बाद उन्होंने ट्रिनिटी कॉलेज का दौरा किया और वहाँ की ओल्ड लाइब्रेरी तथा ऐतिहासिक ‘बुक ऑफ केल्स’ को देखा। इस पर उन्होंने कहा, “बुक ऑफ केल्स और ओल्ड लाइब्रेरी को देखना एक रोमांचक अनुभव था। यह आयरिश संस्कृति और विरासत का एक गौरवपूर्ण उत्सव है।”
जयशंकर ने इस यात्रा के दौरान आयरलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री लियो वराडकर सहित कई वरिष्ठ नेताओं, मंत्रियों और सांसदों से मुलाकात की। बातचीत के दौरान उन्होंने भारत-आयरलैंड संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया।
लियो वराडकर ने इस अवसर पर कहा, “भारत और आयरलैंड के बीच ऐतिहासिक रूप से गहरे संबंध रहे हैं। हम लोकतंत्र, शिक्षा, व्यापार और तकनीकी नवाचार के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के इच्छुक हैं। भारत एक महत्वपूर्ण साझेदार है, और हम आपसी हितों पर मिलकर काम करना जारी रखेंगे।”
विदेश मंत्री जयशंकर ने आयरलैंड के राष्ट्रपति माइकल डी. हिगिंस से भी मुलाकात की और उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की शुभकामनाएँ दीं। इस बैठक के दौरान वैश्विक मुद्दों और राष्ट्रवाद में संस्कृति की भूमिका पर चर्चा हुई। हिगिंस ने कहा, “भारत और आयरलैंड दोनों ही समृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाले देश हैं। हमारे रिश्ते लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित हैं, और हमें इन्हें और आगे बढ़ाने की जरूरत है।”
जयशंकर 4 से 9 मार्च तक यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड की आधिकारिक यात्रा पर हैं। भारत और आयरलैंड के संबंध लोकतांत्रिक मूल्यों, सांस्कृतिक जुड़ाव और बढ़ते आर्थिक सहयोग पर आधारित हैं। दोनों देशों के संबंध 19वीं सदी से रहे हैं, जब बड़ी संख्या में आयरिश नागरिक ब्रिटिश प्रशासन, चिकित्सा, इंजीनियरिंग और सैन्य सेवाओं में शामिल हुए थे।
यह भी पढ़ें:
बिहार: डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का तेजस्वी और लालू यादव पर कटाक्ष!,की नीतीश कुमार तारीफ!
रोजा विवाद: ट्रोल हुए क्रिकेटर मोहम्मद शमी, धर्मगुरुओं ने दी अपनी प्रतिक्रिया!
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री का ‘सहकार से समृद्धि’ का लक्ष्य’ में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी पर बल!
आयरलैंड ने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत को चिकित्सा सहायता भेजी थी, जिसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन जनरेटर शामिल थे। इसके अलावा, आयरलैंड आतंकवाद के खिलाफ भारत के संघर्ष में भी समर्थन देता रहा है। भारतीय दूतावास आयरिश कंपनियों को ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’, ‘स्वच्छ भारत’ और ‘स्मार्ट सिटीज’ जैसे अभियानों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।